Madhya Pradesh politics news
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मध्य प्रदेश युवा आयोग के चेयरमैन नियुक्त किए गए डॉ निशांत खरे का कहना है कि, दुनिया की कोई भी सरकार कितना भी माथा फोड़ ले, सरकारी नौकरियां, प्राइवेट नौकरियां या नौकरियां रोजगार की समस्या का हल नहीं हो सकती। यह बयान उन्होंने धार जिले में आयोजित युवा संवाद कार्यक्रम में दिया। उन्होंने ना तो युवाओं की समस्याएं जानी और ना ही संवाद किया। उन्होंने केवल भाषण दिया।केंद्र और राज्य सरकार बंपर भर्तियां कर रही है
इधर केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार बड़े पैमाने पर युवाओं को सरकारी नौकरी दे रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 1 साल में 100000 युवाओं को परमानेंट सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया था। उनका लक्ष्य पूरा होने वाला है। केंद्र सरकार की ओर से रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड एवं कर्मचारी चयन आयोग सहित सभी एजेंसियों द्वारा बड़े पैमाने पर वैकेंसी ओपन की जा रही है।
डॉ खरे से युवाओं को समाधान की उम्मीद थी
मध्य प्रदेश युवा आयोग में डॉ निशांत खरे की नियुक्ति के बाद युवाओं को उम्मीद थी कि वह उनकी वास्तविक समस्याओं पर बात करेंगे और सरकार से समस्याओं का समाधान कराने के लिए मध्यस्थ की भूमिका निभाएंगे। 30 अप्रैल को मध्य प्रदेश के 50000 से ज्यादा अतिथि शिक्षकों की सेवाएं समाप्त कर दी जाएगी। आउटसोर्स कर्मचारी नियमित वेतन और बिना वजह सेवा समाप्ति के खिलाफ सरकार से संरक्षण चाहते हैं। शिक्षक भर्ती में आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय ने कई मेरिट होल्डर्स उनकी मर्जी के खिलाफ जबरदस्ती ट्राइबल डिपार्टमेंट में पोस्टिंग दे दी।
ऐसी 50 से ज्यादा समस्याएं हैं जिनका तत्काल समाधान जरूरी है। पीड़ित पक्ष से बातचीत करना जरूरी है लेकिन डॉ निशांत खरे पता नहीं किस अभियान पर निकल गए हैं। ✔ इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें एवं यहां क्लिक करके हमारा टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल पर कुछ स्पेशल भी होता है। यहां क्लिक करके व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन कर सकते हैं।