Madhya Pradesh Government employees news
मध्य प्रदेश शासन के ऊर्जा विभाग मंत्रालय में एक अधिकारी और 2 महिला कर्मचारियों के बीच शॉर्ट सर्किट हो गया है। दोनों एक दूसरे से भिड़ गए हैं। बड़े पैमाने पर स्पार्किंग हो रही है और यह मंत्रालय के बाहर तक दिखाई दे रही है। डिपार्टमेंट ने एक जांच कमेटी बना दी है। 25 अप्रैल को सच और झूठ का पता चलेगा।
ऊर्जा मंत्रालय में महिला कर्मचारी और संयुक्त संचालक के बीच विवाद का विवरण
ऊर्जा मंत्रालय की बजट शाखा में पदस्थ दो महिला कर्मचारियों ने ऊर्जा विभाग के संयुक्त संचालक श्री अविनाश कुमार (वर्तमान में मंत्रालय में अटैच) पर आरोप लगाया है कि वह रात के समय मोबाइल पर आपत्तिजनक मैसेज करते हैं। उनकी शिकायत पर 2 महीने बाद एक जांच कमेटी बनाई गई है जो 25 अप्रैल को अपनी रिपोर्ट सबमिट करेगी। श्री अविनाश कुमार का कहना है कि, उन्होंने रात के समय महिला कर्मचारियों को कुछ मैसेज जरूर किए थे परंतु उसमें आपत्तिजनक कुछ भी नहीं था। जांच में सब कुछ सामने आ जाएगा। श्री अविनाश कुमार का आरोप है कि महिला कर्मचारियों को काम करना नहीं आता। मैंने उन्हें धमकी दी थी कि ऐसी रिपोर्ट तैयार करूंगा कि तुम्हारी नौकरी चली जाएगी। मुझ पर दबाव बनाने के लिए मेरी शिकायत की गई है।
श्री संजय दुबे, प्रमुख सचिव ऊर्जा विभाग मंत्रालय कमेटी बनाने की पुष्टि की है और श्री दिव्या दवे जैन डीजीएम ऊर्जा विभाग में कहां है कि वह निर्धारित तारीख तक अपनी जांच रिपोर्ट प्रस्तुत कर देंगी। अब देखना यह है कि, जांच में क्या खुलासा होता है। दोनों पक्षों में से कौन सही बोल रहा है और कौन झूठ।
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