Madhya Pradesh Chunav politics news
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 की तैयारियों के बीच जहां नेताओं को विरोधी खेमे में चल रही गतिविधियों की पूरी जानकारी है वहीं दूसरी ओर ग्वालियर के जिलाध्यक्ष को यह तक पता नहीं कि उनकी पार्टी में क्या पॉलिटिक्स चल रही है। 15 पदाधिकारियों ने दौरे पर आए अजय सिंह राहुल को इस्तीफा सौंप दिया। सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। जिलाध्यक्ष कह रहे हैं कि मुझे कुछ नहीं पता, मुझे किसी ने बताया ही नहीं।
GWALIOR NEWS- विधायक के विरोध में 15 पदाधिकारियों के इस्तीफे
कांग्रेस पार्टी के ग्वालियर जिलाध्यक्ष डॉ देवेंद्र शर्मा के इंटरनल इनफॉरमेशन नेटवर्क पर सवाल खड़े हुए हैं। ग्वालियर दक्षिण के विधायक श्री प्रवीण पाठक और वार्ड क्रमांक 52 के मंडल अध्यक्ष श्री पुष्पेंद्र सिंह राजपूत के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई थी। श्री राजपूत का कहना है कि, विधायक श्री प्रवीण पाठक ने उन्हें अपमानित किया है। इस बात से नाराज होकर श्री पुष्पेंद्र सिंह राजपूत ने ग्वालियर दौरे पर आए श्री अजय सिंह राहुल पूर्व नेता प्रतिपक्ष हो अपने 15 समर्थकों के साथ इस्तीफा सौंप दिया। इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर अपलोड कर दी।
GWALIOR TODAY- कांग्रेस जिलाध्यक्ष का बयान पढ़िए
इतना सब हो जाने के बावजूद कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र शर्मा का कहना है कि यदि कोई बात थी तो मुझे बताना चाहिए था। पर मेरे से कभी कोई जिक्र नहीं किया। डॉ. देवेन्द्र शर्मा का कहना है कि उनको किसी ने इस्तीफा नहीं दिया है। पुष्पेन्द्र ने सीधे पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह को इस्तीफे सौंपे हैं ऐसा पता लगा है।
GWALIOR SAMACHAR- कांग्रेस जिलाध्यक्ष फेल, नेतृत्व पर सवाल
कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष डॉ देवेंद्र शर्मा का बयान प्रमाणित करता है कि उनकी पार्टी पर पकड़ नहीं है। पदाधिकारियों को यदि कोई समस्या होती है तो वह उनके पास नहीं आते। यहां तक कि उन्हें यह भी पता नहीं होता कि पार्टी में क्या चल रहा है। विधायक और कार्यकर्ताओं के बीच इस स्तर तक का तनाव बढ़ जाने के बावजूद जिला अध्यक्ष का अनभिज्ञ होना, कई सवाल खड़े करता है। जिस जिलाध्यक्ष से कार्यकर्ता अपनी परेशानी शेयर नहीं करते, जिसे पार्टी में चल रही पॉलिटिक्स का पता नहीं होता, वह जिलाध्यक्ष कैसे चुनाव में कार्यकर्ताओं को काम पर लगा पाएगा, बड़ा सवाल है।
GWALIOR BREAKING- कांग्रेस पार्टी पर सतीश सिकरवार का कब्जा
वैसे पूरी गलती जिलाध्यक्ष की भी नहीं है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी पर इन दिनों सतीश सिकरवार का कब्जा है। सारी गतिविधियां सतीश सिकरवार के घर से संचालित हो रही है। सतीश सिकरवार ही हाईकमान (कमलनाथ) से कनेक्ट हैं। ग्वालियर में पार्टी के प्रोटोकॉल का पालन पहले भी नहीं होता था और महाराज के बाद भी नहीं होता।
✔ इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें एवं यहां क्लिक करके हमारा टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। यहां क्लिक करके व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन कर सकते हैं। क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल - व्हाट्सएप ग्रुप पर कुछ स्पेशल भी होता है।