ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर के कुलपति प्रोफेसर अविनाश तिवारी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। इस आरोप की जांच करने के लिए कुलपति ने अपने स्टूडेंट को नियुक्त किया है। अब आप ही बताइए, यह स्टूडेंट अपने कुलपति और नियुक्ति अधिकारी के खिलाफ कितनी इमानदारी से जांच करेगा।
JU GWALIOR AFFILIATION SCAM
मामला जीवाजी यूनिवर्सिटी ग्वालियर में हुए संबद्धता घोटाले का है। ऐसे प्राइवेट कॉलेजों की संबद्धता का नवीनीकरण कर दिया गया जो संबद्धता के योग्य नहीं थे। संबद्धता की शर्तों का उल्लंघन कर रहे थे। संबद्धता नवीनीकरण के बदले रिश्वत के रूप में मोटी रकम ली गई। इससे रिलेटेड एक ऑडियो भी वायरल हुआ। कार्यपरिषद की बैठक में हंगामा हुआ और मामला राजभवन तक भी पहुंचा। इस मामले में कुलपति प्रोफेसर अविनाश तिवारी एवं डीएन गोस्वामी का नाम सामने आया है।
अब पता चला है कि इस मामले की जांच करने के लिए कुलपति प्रोफेसर अविनाश तिवारी ने एक ऐसे व्यक्ति को जांच अधिकारी बनाया है जो जीवाजी यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर रहा है। विश्वविद्यालय का छात्र है। स्वाभाविक रूप से, यह आपत्तिजनक है। जिस अधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा हो वह अधिकारी अपने ही खिलाफ जांच के आदेश कैसे दे सकता है। कैसे कोई कुलपति, अपने विश्वविद्यालय के छात्र को अपना जांच अधिकारी बना सकता है।