जबलपुर। पाटन में मृत मिली महिला के शव की शिनाख्त के बाद पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने दावा किया है कि एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के कारण महिला की हत्या हुई है। पुलिस ने आरोपी महिला के पास से, मृत महिला का मोबाइल फोन, बैग और कपड़े बरामद कर लिए हैं।
प्रीति बर्मन हत्याकांड
थाना पाटन में 23 मई मंगलवार को शोभा यादव कालेज रोड पर लगी झाड़ियों में एक महिला का शव पड़े होने की सूचना पर थाना प्रभारी पाटन श्री सुरेन्द्र सिंह हमराह स्टाफ के पहुचे। भोलू कुलदीप ठाकुर उम्र 31 वर्ष निवासी चौधरी मोहल्ला पाटन ने बताया कि दिनांक 23-5-23 की शाम लगभग 6-30 बजे उसे मोहल्ले में महिलाओं से सूचना मिली कि शोभायादव कालेज रोड पर लगी झाड़ियों में किसी महिला की लाश पड़ी है उसने जाकर देखा एक अज्ञात महिला उम्र लगभग 30 वर्ष का शव पट्ट अवस्था में पड़ा था। मृतिका की शिनाख्तगी के प्रयास किये गये जिस पर मृतिका की पहचान श्रीमति प्रीति बर्मन उम्र 30 वर्ष निवासी पौडी खुर्द पाटन के रूप में हुई।
मृत महिला का शव मिलने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों एवं FSLटीम की उपस्थति में पंचनामा कार्रवाई कर शव को पीएम हेतु भिजवाते हुये मर्ग कायम कर जांच में लिया गया। प्रारम्भिक पूछताछ में परिजनों ने बताया कि प्रीति बर्मन की लगभग 9 वर्ष पूर्व ग्राम दलपतपुर निवासी हरी ओम बर्मन से शादी हुई थी। प्रीति बर्मन दिनॉक 23-5-23 को बस में बैठकर बैंक से पैसे निकालकर पाटन स्थित किराना दुकान वाले को उधारी चुकाने आयी थी। पीएम रिपोर्ट में पीएमकर्ता डाक्टर ने मृतिका की मृत्यु गर्दन दबाने के कारण दम घुटने से होना लेख किया है। सम्पूर्ण, जांच पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध धारा 302 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
पति को छोड़कर शादीशुदा युवक से अफेयर
मृत महिला प्रीति बर्मन करीब 05 वर्षों से पति को छोड़कर अपने मां पिता के घर में अपनी 06-07 साल की बच्ची के साथ रहती थी जिसके करीब 03 साल से गांव में रहने वाले भोलू वर्मन से प्रेम संबंध थे। भोलू वर्मन शादीशुदा था जो मृतिका से मोबाइल पर बातचीत करता था तथा कभी कभी गांव में मिलने भी जाता था, पत्नी उमा बाई के द्वारा एतराज करने पर दो तीन माह बातचीत करना बंद कर दिया था किन्तु दोबारा फिर उससे दोस्ती चालू हो गयी।
ऐसे खुला हत्या का राज
संदेही उमा बाई से पूछताछ की गयी जिसने बताया था कि मृतिका प्रीति बर्मन उसके साथ बस स्टेड पाटन तक आयी थी एवं प्रीति बर्मन ब्लाउज उठाने का कहकर चली गयी तो वह शनि मंदिर दर्शन करने हेतु पैदल पैदल दो नंबर नाका तक गयी थी। जिसकी तस्दीक पर पाया गया कि प्रीति बर्मन ब्लाउज उठाने नहीं पहुची थी।
उमा बाई पर संदेह होने पर उमा बाई से पुनः सघन पूछताछ की गयी जिस पर उमा बाई ने हत्या करना स्वीकार करते हुए बताया कि 21 मई को चौक में गांव के लोग बुढागर गये थे। पिकअप गाड़ी में वह एवं पति भोलू तथा प्रीति बर्मन भी गयी थी, रात मे भोलू छत पर कुछ लोगों के साथ में सो रहा था वह नीचे आंगन में थी तभी उसने प्रीति बर्मन को छत से उतरते देख लिया तभी से मन में विचार आया कि या तो मै मर जाउंगी या प्रीति बर्मन को मार दूंगी।
योजना बनाकर ले गई साथ में बाजार
दिनांक 23 मई मंगलवार को प्रीति बर्मन को आधार कार्ड बनवाने के बहाने पौड़ी खुर्द से बस में बैठाकर पाटन बस स्टेण्ड पहुची तथा प्रीति बर्मन से बोला कि एक आदमी ने फोन किया है कि कुछ काम है, पास में ही चलना है, एैसा कहते हुये पैदल कालेज रोड पर ले गयी एवं सुनसान जगह में झाड़ियों में छाया है बोलकर बैठ गये। तभी प्रीति बर्मन मोबाईल पर बात करने लगी। मौका देखकर उसने प्रीति बर्मन की गर्दन में स्कार्फ से फंदा लगा दिया तथा गला घोटकर प्रीति वर्मन की हत्या कर दी और बैग तथा मोबाइल लेकर, मोबाइल को पास के नाले में डाल दिया व बैग घर ले कर चली गयी। आरोपी उमा बाई की निशादेही पर मृतिका का मोबाइल बैग व कपड़े जप्त करते हुये प्रकरण में विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।
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