Madhya Pradesh employees selection Board, bhopal
मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल, भोपाल द्वारा आयोजित पटवारी परीक्षा में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। 10-15 नंबर के अंतर की शिकायत तो कई उम्मीदवारों ने की परंतु राजधानी भोपाल की हर्षिता गुप्ता का मामला काफी गंभीर है। उन्हें स्क्रीन पर 176 नंबर दिखाई दिए थे परंतु रिजल्ट में केवल 76 नंबर डिस्प्ले किए गए। यानी 100 नंबर का घोटाला हो गया।
Madhya Pradesh patwari Bharti Pariksha- बड़ी गड़बड़ी
बैरसिया स्थित गुनगा इलाके में रहने वाली हर्षिता गुप्ता ने 16 अप्रैल को पटवारी चयन परीक्षा (सहायक सम् परीक्षक एवं अन्य पद की संयुक्त परीक्षा ) भाग लिया। उन्होंने यह परीक्षा वैष्णवी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस कॉलेज में दी। उन्होंने बताया कि मैंने पूरे आंसर दिए। जब मैंने ऑनलाइन परीक्षा पूरी की, तब मुझे स्क्रीन पर 200 में से 176 नंबर प्राप्त हुए। ये नंबर परीक्षा खत्म होते ही उसी कम्प्यूटर स्क्रीन पर दिखा दिए जाते हैं, लेकिन अब जबकि 'आंसर की' जारी हुई, तो उसके नंबर सिर्फ 76 आए हैं। इसके लिए कई जगह चक्कर लगाए, मगर मुझे मदद नहीं मिली है।
कलेक्टर से लेकर मुख्यमंत्री तक किसी ने मदद नहीं की
हर्षिता ने बताया की हमने इस मामले की शिकायत राज्यपाल से लेकर कई विधायक एवं मंत्रियों से भी की है। जिसमें कर्मचारी चयन मंडल के अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राज्य शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार, स्वास्थ मंत्री विश्वास सारंग, राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, भोपाल कलेक्टर हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा आदि से की है, लेकिन हर्षिता ने बताया कि अभी तक कहीं से सटीक जवाब नहीं मिला है। अगर मुझे इस मामले में इंसाफ नहीं मिला तो न्यायालय का सहारा लूंगी।
हमने कोई गलती नहीं की, छात्रा झूठ बोल रही है: ESB BHOPAL
डॉ. हेमलता, कंट्रोलर कर्मचारी चयन मंडल का कहना है कि, परीक्षार्थी हर्षिता हमारे पास भी आई थी, उनकी शिकायत के आधार पर उसका रिकॉर्ड के आधार पर जांच की गई है। हमने रिस्पॉन्स शीट का वीडियो भी देखा और लॉग भी ट्रेस किए हैं। उनके 76 नंबर ही आए हैं। हमने उन्हें मिलने के लिए बुलाया था मगर बाद में वह नहीं आईं।
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