Madhya Pradesh Government employees news
मध्य प्रदेश शासन के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा स्थाई कर्मचारियों को सातवां वेतनमान देने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री के कार्यालय भेज दिया गया है परंतु इस प्रस्ताव से मध्य प्रदेश के स्थाई कर्मचारी संतुष्ट होने के बजाय नाराज हो गए हैं। उनकी अपनी मांगे हैं और उनका कहना है कि सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं कर रही है।
वेतनमान मूल वेतन महंगाई भत्ता कुल वेतन छठवां
- अकुशल स्थाई कर्मी (चतुर्थ श्रेणी) मूल 7000 + 14840 (212%) = 21,840
- सातवां वेतनमान के तहत प्रस्तावित 21,840 + 8299 (38%) = 30,192
- अर्द्धकुशल स्थाई कर्मी (तृतीय श्रेणी) 7,500 + 15,900 (212%) = 23,400
- सातवां वेतनमान के तहत प्रस्तावित 23,400 + 8,892 (38%) = 32,292
- कुशल स्थाई कर्मी (तृतीय श्रेणी) 8000 + 16,960 (212%) = 24,960
- सातवां वेतनमान के तहत प्रस्तावित 24,960 + 9,685 (38%) = 34,445
यह तो गुड न्यूज़ है फिर स्थाई कर्मचारी नाराज क्यों हैं
कर्मचारियों का कहना है कि सबसे पहली बात तो जनवरी 2016 से अब तक का एरियर चाहिए। दूसरी बात यह कि, सभी कर्मचारियों को सातवां वेतनमान के साथ-साथ नियमितीकरण चाहिए। जब तक उन्हें मध्यप्रदेश शासन का नियमित कर्मचारी नहीं बनाया जाता तब तक उनको दिए जाने वाले सभी प्रकार के लाभ किसी सरकारी योजना की तरह अस्थाई रहेंगे, जिसे कभी भी बंद किया जा सकता है।
✔ इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें एवं यहां क्लिक करके हमारा टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। यहां क्लिक करके व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन कर सकते हैं। क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल - व्हाट्सएप ग्रुप पर कुछ स्पेशल भी होता है।