Madhya Pradesh Chunav politics news
भारतीय जनता पार्टी की मध्यप्रदेश इकाई में जबरदस्त सिंधिया विरोध और कर्नाटक में पार्टी की हार के बाद सिंधिया गुट के मुखिया ज्योतिरादित्य सिंधिया आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने भोपाल आए। श्री सिंधिया ने इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया है।
मध्य प्रदेश भाजपा में ज्योतिरादित्य सिंधिया सबसे बड़ा मुद्दा
श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जिस दिन कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे, उस दिन राजनीति के विशेषज्ञों ने जो पूर्वानुमान लगाया था, स्थिति उससे कहीं ज्यादा गंभीर हो गई है। जितनी भी विधानसभा सीटों पर ज्योतिरादित्य सिंधिया का प्रभाव है, उन सभी सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के मूल कार्यकर्ता और सिंधिया समर्थक नेताओं के बीच खुला संघर्ष चल रहा है। पार्टी स्पष्ट रूप से दो भागों में बटी हुई दिखाई देती है। पहले सब कुछ पार्टी मंच पर चल रहा था परंतु अब खुलेआम शुरू हो गया है।
एमपी बीजेपी में ज्योतिरादित्य सिंधिया के ज्यादातर समर्थक अस्वीकार
मध्यप्रदेश में श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ उनके हजारों समर्थक कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे। श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने संगठन में अपनी स्वीकार्यता बढ़ाने के लिए काफी प्रयास किए। यहां तक कि श्री जयभान सिंह पवैया से मिलने उनके घर भी गए। वीरांगना लक्ष्मीबाई की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। नतीजा ज्योतिरादित्य सिंधिया तो भाजपा में स्वीकार हो गए परंतु उनके ज्यादातर समर्थक आज भी भारतीय जनता पार्टी में अस्वीकार हैं।
सिंधिया समर्थकों की नजर में ज्योतिरादित्य ही पार्टी है जबकि भाजपा कार्यकर्ताओं की नजर में ज्योतिरादित्य सिंधिया पार्टी के नेताओं की लिस्ट में एक नाम है। उनका कद पार्टी से बड़ा नहीं हो सकता।
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