Madhya Pradesh Chunav politics news
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज दिल्ली दौरे पर हैं। दस्तावेजों में इसे सरकारी यात्रा दर्ज किया गया है परंतु सूत्रों का कहना है कि शनिवार को जो घर के दीपक से आग लगी है, उसे बुझाने और 150 सीटों का विश्वास बरकरार रखने के लिए यह यात्रा सुनिश्चित की गई है।
दीपक से ज्यादा कैलाश जोशी की तस्वीर में तनाव पैदा किया
उल्लेखनीय है कि, मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक सदस्य स्वर्गीय श्री कैलाश जोशी के सुपुत्र श्री दीपक जोशी ने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। उन्हें समझाने की काफी कोशिश की गई थी परंतु वह नहीं माने। उन्होंने पार्टी छोड़ने का कारण शिवराज सिंह चौहान बताया। केवल दीपक जोशी पार्टी बदलते तो कोई प्रॉब्लम नहीं थी लेकिन वह अपने पिता की तस्वीर लेकर गए और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने स्वर्गीय कैलाश जोशी की तस्वीर पर कांग्रेस पार्टी की पारंपरिक माला पहनाकर, प्रतीकात्मक तौर पर स्वर्गीय कैलाश जोशी को भी कांग्रेस पार्टी में शामिल कर लिया। यह बड़ा घटनाक्रम था। लोगों का कहना है कि, श्री कैलाश जोशी ने पार्टी के लिए जो कुछ भी किया, उसके बदले में उनके पुत्र को जीवन भर सम्मान और अनुकंपा लाभ तो दिए ही जा सकते थे। उन्हें नजरअंदाज और अपमानित नहीं करना चाहिए था।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के कारण भाजपा में खुली बगावत शुरू
ज्योतिरादित्य सिंधिया जब अपने साथियों के साथ कांग्रेस पार्टी से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे, मध्यप्रदेश में राजनीति के विशेषज्ञों ने कभी इस बात का पूर्वानुमान लगा लिया था कि चुनाव से पहले भाजपा में खुला संघर्ष दिखाई देगा। विचारधारा से जुड़े हुए लोगों को ज्योतिरादित्य सिंधिया से आपत्ति है जबकि भारतीय जनता पार्टी में दूसरे बरगी के कार्यकर्ताओं को ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक मंत्रियों के काम करने के तरीके से बड़ी आपत्ति है।
इतना समय बीत जाने के बाद भी ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनकी टीम के लोग भारतीय जनता पार्टी में घुलमिल नहीं पाएं हैं। वह संगठन में बिल्कुल अलग दिखाई देते हैं और उन्हें देखते ही भाजपा नहीं बल्कि सिंधिया याद आते हैं। इन सब के काम करने का तरीका भी भारतीय जनता पार्टी के तरीके से बिल्कुल अलग है।
✔ इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें एवं यहां क्लिक करके हमारा टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। यहां क्लिक करके व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन कर सकते हैं। क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल - व्हाट्सएप ग्रुप पर कुछ स्पेशल भी होता है।