which place did Hanuman ji fly to Lanka
यह तो सभी जानते हैं कि माता सीता की खोज में श्री राम भक्त हनुमान अपनी टीम लेकर दक्षिण दिशा की ओर गए थे। यहीं से उन्होंने छलांग लगाकर समुद्र पार किया और लंका पहुंचे लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि वह स्थान कौन सा है जहां से हनुमान जी ने लंका के लिए छलांग लगाई थी। आइए अपन पता लगाते हैं:-हनुमान जी लक्ष्य साधने के लिए पर्वत पर चढ़े थे
राम कथाओं में उल्लेख मिलता है कि, समुद्र की सीमा (उस समय रामेश्वरम नामकरण नहीं हुआ था) पर पहुंचकर हनुमान जी को रावण की लंका पहुंचने के लिए समुद्र पार करना था। उन्हें यह भी ज्ञात हो गया था कि वह छलांग लगाकर समुद्र पार कर सकते हैं परंतु जहां वो खड़े थे, वहां से रावण की लंका दिखाई नहीं दे रही थी। अतः वह निश्चित नहीं कर पा रहे थे कि उन्हें किस लक्ष्य की तरफ छलांग लगानी है। इसलिए उन्होंने नजदीक बने एक पर्वत पर खड़े होकर रावण की लंका को देखा और छलांग लगाई। इस पर्वत का नाम गंधमादन पर्वत बताया गया है।
गंधमादन पर्वत कहां पर स्थित है
वह पर्वत जहां से हनुमान जी ने लंका के लिए छलांग लगाई थी |
सुमेरू पर्वत की चारों दिशाओं में गजदंत पर्वतों में से एक को उस काल में गंधमादन पर्वत कहा जाता था। आज यह क्षेत्र तिब्बत के इलाके में है, लेकिन हनुमान जी तिब्बत नहीं गए थे। आज हम जिस स्थान को रामेश्वरम के नाम से जानते हैं, हनुमान जी वहीं पर स्थित एक पर्वत पर चढ़े थे। इस पर्वत का नाम भी गंधमादन पर्वत है। यह पर्वत आज भी अस्तित्व में हैं, और कुछ विशेष भक्तों का इस पर्वत के दर्शन के लिए जाते हैं। यह पर्वत वर्तमान में रामेश्वरम के उत्तर दिशा में 3 किलो दूरी पर स्थित है। इस पर्वत पर एक सुंदर मंदिर भी है जिसे पादुका मंदिर कहते हैं। इसी पर्वत से हनुमान जी ने लंका को देखा और उसकी तरफ छलांग लगा दी थी।
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