ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में नामी हॉस्पिटल जनक हॉस्पिटल के खिलाफ सीएमएचओ ने कार्यवाही करते हुए पंजीयन रद्द कर दिया है दरअसल महिला की मौत होने पर सीएमएचओ ने जनक अस्पताल का पंजीयन रद्द कर दिया है। कार्रवाई से पहले सीएमएचओ ने जवाब मांगा था। अस्पताल प्रबंधन की ओर से संतुिष्टभरा जवाब नहीं दिया गया।
राजोरिया को चार्ज देना से पहले शर्मा ने हस्ताक्षर किए
जनक अस्पताल में भर्ती मरीजों को सरकारी अस्पताल में शिफ्ट कराने के लिए कहा गया है। जनक अस्पताल की जांच पूरी हो चुकी थी, लेकिन कार्रवाई अटकी थी। सोमवार को डा़ आरके राजौरिया को चार्ज देने से पहले डा़ मनीष शर्मा ने जनक अस्पताल के पंजीयन को रद्द करने की फाइल पर हस्ताक्षर कर दिए।
आदेश में उल्लेख है शिकायतकर्ता पप्पू बघेल की बहू रेनू की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हुई थी। इस मामले में जांच की गई तो पता चला कि रेनू का इलाज जेएएच के डा़ आशीष श्रीवास्तव ने किया था। नोटिस का जवाब देते हुए बताया था कि मानवीय दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए मरीज काे इलाज दिया गया। उन्होंने इलाज से पहले वरिष्ठ अफसरों से किसी भी तरह की ना तो इजाजत ली थी और ना सूचना दी थी। इसलिए जांच कमेटी जवाब से संतुष्ट नहीं हुई।
अस्पताल प्रंबंधन से एक माह के भीतर जवाब प्रस्तुत करने का नोटिस दिया था जो समय गुजरने के बाद उपलब्ध कराया गया। महिला के इलाज में लापरवाही को देखते हुए अस्पताल बंद करने का निर्णय लिया गया है। जेएएच में कार्यरत डा़ आशीष श्रीवास्तव जनक अस्पताल में बिना परमिशन इलाज कर रहे थे। जेएच प्रबंधन व स्वास्थ्य विभाग डा़ आशीष के खिलाफ भी नोटिस जारी कर एक्शन ले सकती है।
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