Chhattisgarh government employees news
भारत के छत्तीसगढ़ राज्य में अब तक की सबसे ऐतिहासिक कर्मचारी हड़ताल की तैयारी की जा रही है। दावा किया गया है कि छत्तीसगढ़ में सक्रिय सभी प्रकार के कर्मचारी संगठन एकजुट हो गए हैं। सबने अपनी मांगों को संशोधित करके केवल 5 मांगे सरकार के सामने रखने का फैसला किया है और दावा किया गया है कि इन मांगों के पूरा होने तक हड़ताल जारी रहेगी।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी हड़ताल के लिए संयुक्त मोर्चा का गठन
इस हड़ताल के लिए संगठनों ने छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी संयुक्त मोर्चा का गठन किया है। संगठनों ने कहा है कि सभी कर्मचारियों के हितों को देखते हुए साथ लड़ने का फैसला किया गया है। दिनांक 7 जुलाई को एक दिन की हड़ताल करके शक्ति प्रदर्शन किया जाएगा और फिर सरकार को 31 जुलाई तक का अल्टीमेटम दिया जाएगा। यदि सरकार ने मांगों को पूरा नहीं किया तो 1 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू हो जाएगी।
मंत्रालय और संचालनालय में हुआ हड़ताल का फैसला
मोर्चे में छग कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन, छग कर्मचारी अधिकारी महासंघ, मंत्रालय कर्मचारी संघ, संचालनालय कर्मचारी संघ, छग टीचर्स एसोसिएशन सहित समस्त कर्मचारी और शिक्षक संगठन शामिल हैं। टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रमेश कुमार चन्द्रवंशी ने बताया कि मंत्रालय व संचालनालय रायपुर में हुई बैठक के बाद सभी संगठन प्रमुखों ने हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है। एक दिवसीय हड़ताल के बाद भी मांगों पर निर्णय नहीं होने पर एक अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारम्भ की जाएगी।
छत्तीसगढ़ में है नाराज कर्मचारियों की 5 मांगे
एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष उग्रसेन चन्द्रवंशी, सचिव आसकरण धुर्वे, ब्लॉक अध्यक्ष केशलाल साहू, वकील बेग मिर्जा, बलदाऊ चन्द्राकर, राजेश तिवारी आदि ने बताया कि पांच सूत्रीय मांगों में
1. सातवें वेतनमान के अनुरूप गृहभाड़ा भत्ता,
2. केंद्रीय कर्मचारियों की तरह देय तिथि से मँहगाई भत्ता,
3. अनियमित कर्मचारियों का नियमितीकरण,
4. प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना कर पुरानी पेंशन योजना का लाभ एवं
5. जन घोषणा पत्र-2018 के अनुरूप चार स्तरीय वेतनमान दिया जाना शामिल है।
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