JABALPUR GST रिश्वत कांड - चपरासी से अधिकारी तक सबको हिस्सा मिलता था - NEWS TODAY

NEWS ROOM
जबलपुर।
 जबलपुर मध्य प्रदेश में  में सात लाख रुपये की रिश्वत लेते पकड़े गए अफसरों से CBI की पूछताछ शुरू हो गई। सीबीआइ कोर्ट ने आरोपितों को 20 जून तक की रिमांड में भेजा है। जीएसटी भवन जबलपुर मध्य प्रदेश में CBI की छापामार कार्रवाई के बाद सीबीआई की टीम ने अधिकारियों के घरों की भी तलाशी ली। इस दौरान अधिकारियों के घरों से नोटों के बंडल मिले हैं। जीएसटी भवन जबलपुर में भी कई अधिकारियों की अलमारियों में नोटों की गड्डियां भरी मिली।

जांच का दायरा बढ़ाने की तैयारी में सीबीआई

प्रारंभिक जांच में पता चला है कि रिश्वत का पैसा नीचे से उपर तक जाता था। आयुक्त जीएसटी कार्यालय में अहम पद पर बैठे अफसर तक बड़ा हिस्सा पहुंचता था। जिस पान मसाला कारोबारी ने सीबीआइ को जीएसटी अधिकारियों की शिकायत की है उससे 35 लाख रिश्वत के लिए सौदा हुआ था। जिसमें दस लाख सिर्फ बड़े अफसर के पास पहुंचा। इसके अलावा शेष रकम में अधीक्षक और निचले स्तर के कर्मचारियों में बंदरबांट होनी थी। सीबीआइ अधिकारियों को जैसे ही उच्च अफसरों के नाम की जानकारी लगी वे इस मामले में जांच का दायरा बढ़ाने की तैयारी कर रहे हैं। पकड़े गए अफसरों के बयान पर संभव है कि अफसरों से भी पूछताछ की जाएगी।

दमोह नोहटा में गोपन तंबाकू प्रोडक्ट प्राइवेट लिमिटेड में विगत 18 मई को जीएसटी ने जांच की। शाम सात बजे यह कार्रवाई हुई और जीएसटी चोरी के मामले में फैक्ट्री को सीज कर दिया गया। छापेमारी जीएसटी प्रिवंटी ब्रांच के अधीक्षक कपिल कांबले समेत 11 अफसरों ने की। बाद में फैक्ट्री के मैनेजर अधिकारियों से मिले और फैक्ट्री सीज रिलीज आर्डर के लिए बातचीत की। कपिल कांबले से इस संबंध में वाट्सअप पर बातचीत भी मैनेजर भागीरथ और गिरीराज के साथ हुई।

अफसरों ने पहले एक करोड़ रुपये की मांग की बाद में 35 लाख रुपये में सौदा तय हुआ। इस बीच सीबीआइ एसपी रिचपाल सिंह से रिश्वत की शिकायत की गई। एक हफ्ते पहले शिकायतकर्ता ने 25 लाख रुपये नकद जीएसटी आफिस में जाकर दिया गया। अंतिम किश्त के दस लाख रुपये देने के बाद रिलीज आर्डर जारी होना था। अंतिम किश्त का सात लाख रुपये देने फैक्ट्री के मैनेजर भागीरथ और गिरीराज मंगलवार की शाम जीएसटी आफिस पहुंचे।

उन्होंने थैले में पैसा दिया जिसे अफसर गिन ही रहे थे तभी CBI की टीम ने छापा मारकर पकड़ा। त्रिलोकचंद सेन के मैनेजर ने 12 जून को जबलपुर स्थित सीबीआइ को लिखित शिकायत की। कार्रवाई पर आशंका जताई। इस पर जबलपुर एसपी रिचपाल सिंह ने नागपुर की सीबीआइ टीम से इस मामले में मदद मांगी। छापे के दौरान सीबीआइ टीम के डिप्टी एसपी जेजे दामले, इस्पेक्टर प्रशांत राज, एमके बैजूए यूपी सिंह, जुगल किशोरए संदीप सिंह एवं अन्य शामिल रहे।
✔ इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें एवं यहां क्लिक करके हमारा टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। यहां क्लिक करके व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन कर सकते हैं। क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल - व्हाट्सएप ग्रुप पर कुछ स्पेशल भी होता है।
Tags

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!