मध्यप्रदेश के जबलपुर में नर्मदा नदी के ग्वारीघाट के पास स्थित जिलहरी घाट पर आज अचानक कुछ पत्थर नदी के पानी में तैरते हुए दिखाई दिए। यह देखकर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। कई लोगों ने पत्थरों को हाथ में लेकर देखा। वह आश्चर्यचकित थे क्योंकि पत्थरों में कितना वजन है कि, वह आसानी से पानी में डूब जाएंगे परंतु नदी में तैर रहे हैं। दिन भर लोगों का आना जाना लगा रहा।
रामसेतु के चमत्कारी पत्थर जबलपुर में, नदी में तैर रहे हैं
यह पत्थर कहां से आए इसका कोई पुख्ता प्रमाण नहीं है परंतु स्विमिंग सिखाने वाले कोच शंकर श्रीवास्तव का कहना है कि, उन्होंने इन पत्थरों को नदी किनारे स्थित एक प्राचीन शिव मंदिर में रखे हुए देखा था। बीते रोज जब बरगी डैम से पानी छोड़ा गया तो नर्मदा नदी का जलस्तर बढ़ गया और वह प्राचीन शिव मंदिर पानी में डूब गया। उसके बाद पत्थर नदी में तैरते हुए दिखाई दिए। श्री शंकर श्रीवास्तव के इस कथन के बाद भी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि, इस प्रकार के चमत्कारी पत्थर जबलपुर कैसे आए और उन्हें कौन लेकर आया।
माना जा रहा है कि यह वही पत्थर है, जिन से रामेश्वरम में श्री रामसेतु का निर्माण किया गया था। फिलहाल जो कुछ भी हो रहा है, सब बातें हैं। किसी भी चीज का पुख्ता प्रमाण नहीं है। किसी भी साधु-संत अथवा अन्य व्यक्ति ने इन पत्थरों पर अपना अधिकार नहीं जताया है। ना ही, यह प्रमाणित हुआ है कि, श्री रामसेतु के पत्थर और यहां मिले पत्थर एक समान हैं। फिलहाल नर्मदा नदी में तैरते हुए पत्थर आकर्षण का केंद्र और अनुसंधान का विषय बने हुए हैं।
✔ इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें एवं यहां क्लिक करके हमारा टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। यहां क्लिक करके व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन कर सकते हैं। क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल - व्हाट्सएप ग्रुप पर कुछ स्पेशल भी होता है।