मध्यप्रदेश के चौथे सबसे बड़े शहर ग्वालियर में दर्जनों अधिकारी एवं कर्मचारी कलेक्टर श्री अक्षय कुमार सिंह के टारगेट पर आ गए हैं। उन्होंने अल्टीमेटम दिया था लेकिन अधिकारियों और कर्मचारियों ने उनके आदेश को गंभीरता से नहीं लिया। खबर मिली है कि अब ग्वालियर कलेक्टर कुछ ऐसा करने जा रहे हैं ताकि भविष्य में सभी अधीनस्थ अधिकारी उन्हें गंभीरता से लेना शुरू कर दें।
मामला सीएम हेल्पलाइन का
पेंडिंग शिकायतों का निराकरण नहीं करने के कारण तहसीलदार एवं अन्य अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू करने की तैयारी की जा रही है। कमिश्नर श्री दीपक सिंह इस मामले में कलेक्टर के साथ हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जन सेवा अभियान के दौरान 31 मई तक सभी पेंडिंग सीमांकन, नामांतरण एवं बंटवारे के मामलों का निराकरण करने के लिए निर्देश दिए थे।
कलेक्टर ने विशेष मीटिंग बुलाकर सभी से कहा था कि मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के दौरान लंबित मामलों का निराकरण हो जाना चाहिए। चेतावनी दी थी कि जो, इस आदेश का पालन नहीं करेगा उसके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी। इसके बावजूद कलेक्टर के राजस्व विभाग के अधिकारियों ने उनके आदेश का पालन नहीं किया और ग्वालियर में मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान फेल हो गया।
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