मध्य प्रदेश में प्राइमरी स्कूलों में एडमिशन के लिए न्यूनतम आयु सीमा बदलने वाली है। शासन स्तर पर इसकी तैयारियां कर ली गई है। न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत आयु सीमा में परिवर्तन किया जाएगा। प्री प्राइमरी स्कूल के कारण प्राइमरी स्कूल में एडमिशन के लिए न्यूनतम आयु 6 वर्ष होना अनिवार्य होगी। फिलहाल 5 वर्ष की आयु में एडमिशन मिल जाता है।
18 साल की उम्र में 12वीं पास होगी
स्कूल शिक्षा विभाग, मध्यप्रदेश शासन द्वारा इसका प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। दरअसल 5 साल की उम्र में स्कूल शुरू होने के कारण 17 साल की उम्र में बच्चे कक्षा 12 हायर सेकेंडरी की पढ़ाई पूरी कर लेते हैं। कई बार जब कॉलेज में एडमिशन लेते हैं तब भी उनकी उम्र 18 वर्ष नहीं होती। न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत न्यूनतम आयु सीमा में परिवर्तन के कारण जब बच्चे कक्षा 12 आर्ट सेकंडरी की परीक्षा पास करेंगे तब उनकी उम्र हर हाल में 18 वर्ष हो जाएगी। यानी उच्च शिक्षा के लिए उनके पास वैधानिक आयु होगी।
मध्यप्रदेश में प्री प्राइमरी एजुकेशन अनिवार्य
न्यू एजुकेशन पॉलिसी में प्री प्राइमरी का प्रावधान किया जा रहा है। अब तक प्ले स्कूल में बच्चों को भेजना या ना भेजना पेरेंट्स की मर्जी पर डिपेंड करता था, परंतु अब अनिवार्य हो जाएगा। प्री प्राइमरी स्कूल में बच्चों को नैतिक शिक्षा की पढ़ाई करवाई जाएगी। इसमें अरुण, उदय और प्रभात नाम से कक्षाएं संचालित की जाएंगी। 3 साल की उम्र में एडमिशन मिलेगा और 3 साल की पढ़ाई के बाद जब बच्चे की उम्र 6 साल हो जाएगी तब उसे प्राइमरी स्कूल में एडमिशन मिलेगा।
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