जबलपुर। ऑफिस ऑफ डिप्टी कमिश्नर ऑफ आबकारी डिपार्टमेंट जबलपुर में लोकायुक्त पुलिस की छापामार कार्रवाई हुई है। इसमें एक क्लर्क को गिरफ्तार किया गया है। यह छापामार कार्रवाई आबकारी विभाग के ही एक कर्मचारी की शिकायत पर की गई है। उसने लोकायुक्त पुलिस को सबूत सहित शिकायत में बताया था कि डिपार्टमेंट में किस प्रकार खुलेआम रिश्वतखोरी चल रही है।
कर्मचारी से एरियर के बदले रिश्वत मांगी गई थी
शिकायतकर्ता कर्मचारी का नाम श्री रामचरण प्रजापति उम्र 58 साल है। श्री प्रजापति संभागीय उड़न दस्ते में तैनात थे। 2 दिसंबर 2018 से उन्हें उचित समय मान वेतनमान के आदेश हुए थे। उनके एरियर की राशि करीब ₹100000 बन रही थी। जिसे प्राप्त करने के लिए वह विभागीय प्रक्रिया पूरी कर रहे थे। डिपार्टमेंट में कार्यरत तृतीय श्रेणी कर्मचारी श्री अशोक जायसवाल उम्र 34 साल में, श्री प्रजापति की एरियर की फाइल को बिना किसी कारण के रोक दिया।
पूछने पर पता चला कि, बिना रिश्वत दिए एरियर की राशि का भुगतान नहीं हो पाएगा। श्री रामचरण प्रजापति ने इस अन्याय के खिलाफ लड़ने का फैसला किया। श्री अशोक जायसवाल से बातचीत को रिकॉर्ड करके लोकायुक्त पुलिस को शिकायत सौंप दी। लोकायुक्त एसपी ने शिकायत की प्राइमरी इन्वेस्टिगेशन करवाई जिसमें शिकायत सही पाई गई। इसके बाद तय रणनीति कैसा है शिकायतकर्ता कर्मचारी श्री रामचरण प्रजापति को केमिकल युक्त ₹5000 बतौर रिश्वत देने के लिए भेजा गया।
डिप्टी कमिश्नर के ऑफिस में खुलेआम रिश्वत ली जा रही थी। ऐसे ही श्री रामचरण प्रजापति ने रिश्वत की राशि श्री अशोक जायसवाल को दी, मौके पर सिविल ड्रेस में मौजूद लोकायुक्त पुलिस की टीम ने छापामार कार्रवाई कर दी।
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