मध्य प्रदेश राज्य प्रशासनिक सेवा की महिला अधिकारी श्रीमती निशा बांगरे का इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ है लेकिन उन्होंने अपने नाम के आगे पूर्व डिप्टी कलेक्टर लिख दिया है। सामान्य प्रशासन विभाग ने उन पर सरकारी बंगले पर अवैध कब्जा करने का आरोप लगाया है। जवाब में निशा ने कहा कि मैं शासन के षड्यंत्र से नहीं डरती। मैं डटकर सामना करूंगी।
सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा भोपाल में सरकारी बंगले पर अवैध कब्जा करने का नोटिस जारी करने के बाद श्रीमती निशा बांगरे ने इस मामले में अपने बयान का एक वीडियो भेजा है। इसमें निशा बांगरे ने कहा है कि जब मुझे भोपाल से छतरपुर ट्रांसफर किया गया तब 4 महीने तक मुझे छतरपुर में सरकारी आवास आवंटित नहीं किया गया था। इसलिए मैंने अपना सारा सामान भोपाल वाले सरकारी आवास में छोड़ दिया था। अब तो मैंने इस्तीफा दे दिया है। इसलिए इस मकान का कोई प्रश्न ही नहीं है। निशा बांगरे ने कहा कि, शासन मेरे खिलाफ षड्यंत्र कर रहा है। यह सब कुछ मेरे इस्तीफा देने के कारण हो रहा है।
निशा ने कहा कि, यह सब कुछ मुझे हतोत्साहित करने के लिए किया जा रहा है परंतु इन सारी गतिविधियों से मुझे और ज्यादा सकारात्मक ऊर्जा मिलेगी और मैं अपने उद्देश्य की तरफ आगे बढ़ती रहूंगी। निशा ने कहा कि मैं शासन की किसी भी साजिश का सामना करने के लिए तैयार हूं।
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