इंदौर। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग इंदौर द्वारा आयोजित राज्यसभा भर्ती परीक्षा 2022 से हटाया गया दूसरा प्रश्न भी विवादों के घेरे में आ गया है। यह समझ पाना मुश्किल है कि प्रश्न को परीक्षा में शामिल किया जाना कोई गलती है अथवा साजिश।
MPPSC के चेयरमैन का तर्क
मध्य प्रदेश पीएससी के चेयरमैन एवं विद्वान शिक्षाविद श्री पंच भाई का कहना है कि प्रश्न गलत था इसलिए हटा दिया गया। प्रश्न पूछा गया था कि मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग कब अस्तित्व में आया। इसका उत्तर स्थापना दिवस की तारीख नहीं हो सकता। किसी भी संस्था का अस्तित्व में आना और उसका स्थापना दिवस दोनों अलग-अलग दिन हो सकते हैं। रिकॉर्ड में कहीं भी उस तारीख का उल्लेख नहीं है जब मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग अस्तित्व में आया। प्रश्न ही गलत था इसलिए उसे हटा दिया गया।
MPPSC की गलती या कोई साजिश
इस प्रश्न के हटाए जाने पर कोई आपत्ति नहीं है लेकिन इस प्रश्न के शामिल किए जाने पर आपत्ति है। सवाल यह है कि ऐसा मूर्खतापूर्ण प्रश्न शामिल ही क्यों किया गया। वह कौन है जिसने इस प्रश्न को शामिल किया और एमपी लोक सेवा आयोग के चेयरमैन को बताना चाहिए कि ऐसे विद्वान के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई।
पूरे देश में परीक्षा घोटाले हो रहे हैं। लोक सेवा आयोग मध्यप्रदेश की निष्पक्षता पर पूरा विश्वास नहीं किया जा सकता। क्यों ना यह मान लिया जाए कि, किसी स्पेशल फार्मूले के तहत 2 प्रश्नों को हटाने के लिए शामिल किया गया था और उसी प्लानिंग के तहत प्रश्न जोड़े गए एवं हटा दिए गए।
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