भारतीय ज्योतिष के अनुसार यदि किसी की जन्म कुंडली में पूर्ण अथवा आंशिक कालसर्प दोष है तो इस की शांति के लिए भारत वर्ष में केवल एक ही स्थान त्रयंबकेश्वर में विधिवत शांति पूजा का विधान है लेकिन यदि आप त्र्यंबकेश्वर नहीं जा सकते तो 7 जुलाई को अपने घर बैठे सिर्फ एक काम कर लीजिए। कहा जाता है कि अगले 1 साल तक के लिए कालसर्प दोष के कारण आपके जीवन में उपस्थित होने वाली विघ्न बाधाएं दूर हो जाएंगी।
नाग पंचमी के दिन शिवलिंग का रुद्राभिषेक करने से क्या लाभ होता है
शास्त्रों में उल्लेख है कि नाग पंचमी के दिन यदि विधिवत प्राण प्रतिष्ठित शिवलिंग का रुद्राभिषेक किया जाए तो इससे कालसर्प दोष एवं राहु दोष से अगले 1 वर्ष के लिए मुक्ति मिल जाती है। इस साल नाग पंचमी 7 जुलाई 2023 को पड़ रही है। पंचांग अनुसार 7 जुलाई को कृष्ण पक्ष पंचमी तिथि सूर्योदय से पूर्व सुबह 3 बजकर 12 मिनट पर शुरू होगी और 7 तारीख की मध्यरात्रि 12 बजकर 19 मिनट पर खत्म होगी।
नाग पंचमी पर काल सर्प दोष से मुक्ति के उपाय
जिन लोगों की कुंडली में राहु और केतु की दशा चल रही है उन्हें नाग देवता की पूजा करनी चाहिए। इस उपाय से राहु केतु दोष से मुक्ति मिलेगी। वहीं अगर जन्मकुंडली में कालसर्प दोष हो तो व्यक्ति को नाग पंचमी के दिन भगवान शिव का रुद्राभिषेक करना चाहिए। इस दिन किसी नदी के बहते जल में चांदी की नाग- नागिन प्रवाहित कर दें। यह उपाय भी काल सर्प दोष से मुक्ति दिला सकता है। साथ ही इस दिन ब्राह्मणों और जरूरतमंदों को दान करने से भी राहु-केतु के अशुभ प्रभावों से मुक्ति मिलती है। उपरोक्त जानकारी इंदौर के पंडित प्रफुल्ल शर्मा द्वारा दी गई।
✔ पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार पढ़ने के लिए कृपया यहां क्लिक कीजिए।
✔ यहां क्लिक करके व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन कर सकते हैं।
क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल - व्हाट्सएप ग्रुप पर कुछ स्पेशल भी होता है।