माननीय मुख्यमंत्री जी से निवेदन है कि मध्य प्रदेश के समस्त जिलों मे लाखों 108 एंबुलेंस कर्मचारी कार्यरत है, हमसे 24X7 घंटे काम लिया जाता है। जब देश आपदा के समय कोरोना काल से जूझ रहा था उस समय हमने 24 घंटे सेवा देकर सरकार और देश का सहयोग किया। हमे ना तो न्यूनतम वेतन प्राप्त है, और ना प्रोविडेंट फंड का योगदान मिलता है। कभी भी नौकरी से निकालने का संकट हम पर बना रहता है। महोदय आउटसोर्स कंपनियों की मनमानी से ना तो समय पर वेतन प्राप्त होता है और ना ही पीएफ जमा हो पाता है।
8-10 हजार में परिवार का भरण पोषण नहीं होता
हम निम्नवर्गीय कर्मचारियों का प्राईवेट कम्पनी द्वारा शोषण किया जाता है। हर कोई बाहर निकालने की धमकी देते रहता है। हम आउटसोर्स कर्मचारी बहुत बुरी अवस्था में जीवन यापन करने को मजबूर है। महोदय इस महंगाई में 8000 से 10000
प्रतिमाह में परिवार का भरण-पोषण करना बहुत ही मुश्किल है।
प्रतिमाह में परिवार का भरण-पोषण करना बहुत ही मुश्किल है।
NRHM में संविलियन किया जाए
अतः आप से निवेदन है कि हम 108 एंबुलेंस कर्मचारियों को भी रोजगार सहायक, संविदाकर्मियों की तरह उद्दार करने की कृपा करें। जैसे:-
नौकरियों में आउटसोर्स प्रथा बंद कर NRHM में संविलियन किया जाए।
न्यूनतम वेतन 21000 की जाए।
कार्य का समय 8 घंटे किया जाए
प्रार्थी- समस्त 108 एंबुलेंस कर्मचारी
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