new education policy for secondary education
भारत में न्यू एजुकेशन पॉलिसी लागू हो चुकी है। स्कूल स्तर पर तेजी से बदलाव किए जा रहे हैं। स्कूल एजुकेशन सिस्टम को बदलने के लिए चार चरण में काम हो रहा है। चौथा चरण सेकेंडरी एजुकेशन का है यानी कक्षा 9 से कक्षा 12 तक। इसमें सबसे खास बात यह है कि, कक्षा 9 और 10 को एक कर दिया गया है इसी प्रकार कक्षा 11 और 12 को एक कर दिया गया है। दोनों कक्षाओं की पढ़ाई के आधार पर बोर्ड परीक्षा की मार्कशीट तैयार होगी।
सेकेंडरी एजुकेशन में न्यू एजुकेशन पॉलिसी की खास बातें
• न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत कक्षा 9 से 12 तक सेमेस्टर सिस्टम से पढ़ाई होगी।
• साल में दो बार बोर्ड परीक्षा होगी।
• कक्षा 9-10 और कक्षा 11-12 कंबाइंड हो जाएंगे। दोनों में 16-16 पेपर होंगे।
• हाई स्कूल रिजल्ट में कक्षा 9 और कक्षा 10 के 16 पेपर के प्राप्तांक शामिल होंगे।
• हायर सेकेंडरी स्कूल रिजल्ट में कक्षा 11 एवं कक्षा 12 के 16 पेपर के प्राप्तांक शामिल होंगे।
• कुल मिलाकर कक्षा 9-10 एक बोर्ड परीक्षा होगी और कक्षा 11-12 दूसरी बोर्ड परीक्षा होगी।
• कक्षा 9-10 मे आठ स्ट्रीम होंगे मानविकी भाषा, मैथमेटिक्स, वोकेशनल एजुकेशन, फिजिकल एजुकेशन, आर्ट्स सोशल साइंस, साइंस और इंटरडिसिप्लीनरी ग्रुप।
• उपरोक्त 8 स्ट्रीम के 150 पेपरों में से में से विद्यार्थी अपने लिए 2-2= टोटल 16 पेपरों का चुनाव करेंगे।
• कक्षा 11-12 में आर्ट्स, कॉमर्स और साइंस के आधार पर संकाय का विभाजन नहीं होगा।
• संगीत, खेल व क्राफ्ट गतिविधियों को आटर्स एजुकेशन, फिजिकल एजुकेशन व वोकेशनल एजुकेशन का दर्जा मैथमेटिक्स साइंस, मानविकी, भाषा व सामाजिक विज्ञान के बराबर होगा।
• रिपोर्ट कार्ड को हॉलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड कहां जाएगा।
• हॉलिस्टिक प्रोग्रेस कार्ड में सभी गतिविधियों के प्रदर्शन का ब्यौरा होगा।
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