अभी हाल ही मे कुछ दिनों से माननीय शिवराज सिंह जी चौहान द्वारा अतिथिशिक्षकों के हित मे भविष्य सुरक्षित करने संबंधी घोषणाये उनकी जनसभाओं व यात्राओं के दौरान सुनने मे आ रही है। पूर्व मे 11 मई 2013 मे रायसेन अंत्योदय मेले मे भी शिवराज जी द्वारा इनको 3 वर्ष के अनुभव के आधार पर संविदाकर्मी बनाने की घोषणा की गयी थी परंतु अतिथि शिक्षकों के कई संगठन और नेता अपनी ढपली अपना राग अलाप रहें है। जिससे पिछले 15 वर्षों से शासकीय विधालयों मे अल्प मानदेय पर सेवा देने वाले अतिथि शिक्षकों का भविष्य आज तक असुरक्षित है।
हम देख रहे है 5 जून से लगातार शिक्षक पात्रता परीक्षा पास अभ्यार्थी लगातार भोपाल मे आंदोलन कर रहे है ताकि प्राथमिक शिक्षक भर्ती 25000 नवीन पदों पर न्यायसंगत रोस्टर के आधार पर की जाये ताकि उनकी 51000 पदों पर प्राथमिक शिक्षक भर्ती की मॉंग पूरी हो जाये क्योंकि अभी 22500 पदों पर हुयी काउंसलिंग मे 50% से ज्यादा पद एक वर्ग विशेष को दे दिये गये जबकि प्रदेश मे 12 साल बाद प्राथमिक शिक्षक पदों पर भर्ती हो रही है ऐसे मे अभ्यार्थी सरकार से न्याय मॉंग रहे ताकि उनका भविष्य सुरक्षित हो सके प्रदेश मे राजपत्र अनुसार 1.25 लाख प्राथमिक शिक्षक पद रिक्त है सरकार चाहे तो इन्ही पदों पर पद वृद्धी एवं अतिथिशिक्षकों का नियमितिकरण कर सकती है पर सरकार द्वारा सभी अतिथिशिक्षकों का नियमितिकरण संभव नहीं है।
इसके लिये सरकार को 2005,8,11,22 मे से किसी एक पात्रता परीक्षा व डीएड,बीएड की अनिवार्यता को आधार बनाकर अनुभव के आधार पर नियमितिकरण की नीति बनानी होगी ताकि पात्र अभ्यार्थियों व अतिथि शिक्षकों को न्याय मिल सके। हमेशा अतिथि शिक्षक राजनीति के शिकार बने है, जिसमे इनके नेता सरकार को छोड़कर विपक्ष के साथ लग जाते है। जबकि समस्या का निराकरण वर्तमान सरकार द्वारा ही संभव है। इसलिये जहॉं भी माननीय मुख्यमंत्री जी जायें वहॉं मामाजी तुम राज करो हम तुम्हारे साथ के नारे के साथ धैर्य पूर्वक उनसे अतिथि शिक्षकों की महापंचायत के संबंध मे बात करना चाहिये ताकि शीघ्र अतिथि शिक्षकों की समस्या का निराकरण हो सके। ✒ आशीष बिलथरिया, रायसेन
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