मध्य प्रदेश के छतरपुर में प्रतिष्ठित बिजनेसमैन आलोक टिकरिया के 17 वर्षीय बेटे सार्थक का आज अचानक हार्ट फेल हो गया। घटना के समय वह स्कूल में था। स्कूल टीचर ने उसे तत्काल CPR दिया। ज्यादातर मामलों में CPR देने से जान बच जाती है, क्योंकि CPR के बाद जो समय मिलता है उसमें तत्काल इलाज शुरू हो जाता है परंतु इस मामले में ऐसा नहीं हो पाया। अस्पताल पहुंचने में ट्रैफिक के कारण समय लगा। सरकारी अस्पताल में सिस्टम गड़बड़ था। अकेला डॉक्टर क्या करता है। यह भारत की नई और गंभीर समस्या है। जो डॉक्टर से नहीं समझते वह हार्ट अटैक का नाम देते हैं।
सार्थक का वजन 102 किलो, हाइट 5.7 फिट थी
कक्षा 12 के विद्यार्थी सार्थक के चाचा अरुण कुमार टिकरिया ने बताया कि, सार्थक ने 10वीं तक की पढ़ाई छतरपुर के महर्षि विद्या मंदिर स्कूल से की थी। 11वीं उसने सुमित अकादमी से पास की। इसके बाद 12वीं में उसने डीसेंट स्कूल में एडमिशन ले लिया था। सार्थक का वेट 102kg था, हाइट 174 सेमी यानी 5.7 फीट थी। वो रोज जिम जाता था। उस दिन भी सुबह 5 बजे वह उठा और सबसे पहले जिम गया। 6 बजे वह जिम से लौटा। सावन सोमवार होने से नहाने के बाद शिवलिंग का निर्माण कर पूजन किया। नाश्ता किया और फिर स्कूल की नई यूनिफॉर्म पहनी। पिता घर पर नहीं थे, इसलिए फोटो खींची और उनको भेजी। इसके बाद वह स्कूल के लिए रवाना हो गया।
CPR के बाद बात करने लगा था
सोमवार को स्कूल में उसका पहला दिन था। सुबह प्रेयर में शामिल हुआ। इसके बाद अपनी क्लास में जाने लगा। बरामदे में अचानक उसके सीने में दर्द हुआ। वह बेहोश होकर गिर गया। टीचर्स ने उसे सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) दिया। इसके बाद पेरेंट्स को फोन किया। परिवारवाले उसे जिला अस्पताल ले गए। इस दौरान वह बात करता रहा। अस्पताल पहुंचने के बाद भी 10 मिनट तक जीवित था।
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