इंदौर की लोकायुक्त पुलिस टीम ने धार जिले के अमझेरा में पदस्थ नायाब तहसीलदार पंकज यादव के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत FIR दर्ज की है। उनके एक साथी निर्मल हार्डिया को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में वसीम नाम के प्राइवेट कांटेक्ट को भी नामजद किया गया है।
नायब तहसीलदार ने रिश्वत वसूली और फॉलोअप के लिए एजेंट नियुक्त किया था
आवेदक आशीष पिता कैलाश सोनी के अनुसार, उसे अपनी दादी के स्वर्गवास होने के बाद फ़ौती नामान्तरण करवाना था, जिसके लिए आवेदक नायब तहसीलदार पंकज यादव से मिला तो उन्होंने इसके एवज में 3 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की। फरियादी आशीष सोनी ने इसकी शिकायत पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त इंदौर कार्यालय में की थी। शिकायत का सत्यापन कराया गया, जिसमें नायाब तहसीलदार द्वारा फ़ौती नामान्तरण के एवज में अपने व्यक्ति वसीम के माध्यम से तीन लाख रुपए की रिश्वत मांगना पाया गया।
थर्ड पार्टी के जरिए रिश्वत रिसीव करते थे, ताकि केमिकल टेस्ट पॉजिटिव ना आए
इसके बाद ट्रैप दल का गठन किया गया, लेकिन आरोपी शासकीय कार्य में व्यस्त हो जाने की वजह से रिश्वत लेने नहीं आ सका। तब वसीम ने आवेदक को इंदौर में किसी निर्मल हार्डिया को राशि पहुंचाने को कहा। आज शनिवार को लोकायुक्त टीम के डीएसपी प्रवीण कुमार बघेल, टीआई राहुल गजभिए, कांस्टेबल आशीष नायडू व कमलेश परिहार ने इंदौर में निर्मल हार्डिया 50 हज़ार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के खिलाफ धारा 7 भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम और 120-बी IPC का प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
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