मध्य प्रदेश के कटनी में रिश्वत में मिले नोट खाने वाले पटवारी के मुंह से नोटों की लुगदी बाहर निकलवा ली गई है। पकड़े गए पटवारी की पत्नी छिंदवाड़ा में तहसीलदार हैं। लोकायुक्त का कहना है कि केमिकल टेस्ट हो गया है। पटवारी का मुंह लाल हो गया था। इसलिए केमिकल टेस्ट पॉजिटिव पाया गया है। उल्लेखनीय है कि ज्यादातर मामलों में नोट हाथ में होते हैं तो रिश्वत लेने वाले के हाथ लाल हो जाते हैं। इसी को रंगे हाथों पकड़ना कहते हैं।
हाथ में नहीं तो क्या मुंह में फिनाप्थलीन मिला, यही सबूत है
लोकायुक्त पुलिस को देखते ही, कटनी के पटवारी गजेंद्र सिंह ने रिश्वत में 500 रुपए के 9 नोट पान की तरह चबा लिए थे। लोकायुक्त पुलिस ने मुंह से नोट निकालने की कोशिश की तो पटवारी ने कॉन्स्टेबल की उंगलियां चबा लीं। लोकायुक्त के एक वरिष्ठ अधिकारी कहते हैं कि हमारे पास आरोपी पटवारी के रिश्वत से जुड़े ऑडियो और वीडियो फुटेज हैं, जो कोर्ट में ये प्रमाणित करने के लिए काफी हैं कि पटवारी ने रिश्वत ली थी। उसके मुंह से निकली नोटों की लुगदी की फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी। इसमें हमें सिर्फ ये प्रमाणित करना है कि उसके मुंह में फिनाप्थलीन मिला है। ये वो रसायन है जो रिश्वत के मामले में ट्रैप करने के लिए नोटों पर लगाया जाता है। जैसे ही व्यक्ति उस नोट को हाथ में लेता है, वो रसायन उसके हाथों में लग जाता है। फिर इसमें पानी डालने पर लाल रंग उतरने लगता है।
पत्नी तहसीलदार, छिंदवाड़ा में पदस्थ
लोकायुक्त पुलिस द्वारा पकड़े गए पटवारी गजेंद्र सिंह की पत्नी साधना कुजूर तहसीलदार हैं। साधना कुजूर छिंदवाड़ा जिले के मोहखेड़ तहसील की प्रभारी तहसीलदार हैं। दोनों को सातवां वेतनमान मिलता है। परिवार में किसी बात की कमी नहीं है। ✔ पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार पढ़ने के लिए कृपया यहां क्लिक कीजिए। ✔ इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। ✔ यहां क्लिक करके हमारा टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। ✔ यहां क्लिक करके व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन कर सकते हैं। क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल - व्हाट्सएप ग्रुप पर कुछ स्पेशल भी होता है।