मध्यप्रदेश में दिव्यांग भर्ती घोटाला केवल शिक्षक और पटवारी परीक्षा तक शामिल नहीं है बल्कि कई प्रकार की परीक्षाओं में शामिल है। National Educated Youth Union ने कुछ दस्तावेज जारी करते हुए दावा किया है कि अग्रवाल सरनेम वाले दो भाई PSC परीक्षा में पूरी तरह से फिट थे परंतु सब इंजीनियर परीक्षा से पहले दिव्यांग हो गए।
MP NEWS- घोटाला वाला एक भाई सागर में नौकरी कर रहा है
नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन की ओर से बताया गया है कि इन दोनों भाइयों के नाम हृदेश अग्रवाल और तारकांता अग्रवाल है। इनमें से एक वर्तमान में सागर में पदस्थ है। सब इंजीनियर परीक्षा में उसका चयन हो गया था। NEYU के इस दावे पर अग्रवाल बंधुओं की प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा है। इधर यूनियन का कहना है कि मध्यप्रदेश में ऐसे हजारों कर्मचारी हैं जो इस प्रकार के दिव्यांग सर्टिफिकेट के आधार पर सरकारी नौकरी कर रहे हैं। जबकि दूसरी तरफ जो वास्तविक दिव्यांग है, उन्हें उनके हिस्से का भत्ता और पेंशन तक नहीं मिल रहा है।
National Educated Youth Union का दावा और दस्तावेज- पढ़िए
मध्यप्रदेश में ऐसे हजारों कर्मचारी हैं जो फ़र्जी दिव्यांग सर्टिफिकेट बनवाकर वास्तविक दिव्यांगों के अधिकार छीन रहे हैं।#दिव्यांग_घोटाला @ChouhanShivraj @socialpwds @socialwelfaremp @ZeeMPCG @MPArunYadav @digvijaya_28 @jitupatwari @TheLallantop @tv_setu @TheSootr @aajtak https://t.co/LeWDBaL3il
— National Educated Youth Union (@NEYU4INDIA) July 26, 2023