जॉब हो या बिजनेस, लाइफ में जब कमाई शुरू होती है तो सबसे पहले अपने सपने पूरे करते हैं। फिर अपनो के सपने पूरे करते हैं और जब जोड़ों में दर्द शुरू होता है तब बुढ़ापा दिखाई देने लगता है। शरीर की क्षमता कम होने लगती है और रिटायरमेंट की उम्र का कैलकुलेशन शुरू हो जाता है। भारत में ज्यादातर लोग 40 साल की उम्र में अपने रिटायरमेंट के लिए प्लानिंग शुरू करते हैं। उनके पास अधिकतम 10 साल होते हैं। इसलिए रिटायरमेंट इन्वेस्टमेंट प्लानिंग कुछ इस प्रकार की होनी चाहिए कि 10 साल में एक ऐसा सिस्टम बन जाए जिससे रिटायरमेंट के बाद बची लाइफ आराम से बीत जाए। इसी के लिए कुछ फार्मूले बनाए गए हैं। आइए डिस्कस करते हैं।
सबसे पहले मासिक आय का 50% बचाएं, खर्चे कम करें
अब तो सरकारी कर्मचारियों के लिए भी पेंशन का प्रावधान खत्म हो गया है और बिजनेस में प्रतिस्पर्धा इतनी ज्यादा है कि यदि स्पीड थोड़ी सी भी कम हुई तो रेस से बाहर हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में अपनी कुल मासिक कमाई का 50% की बचत करें और उसे योजनाबद्ध तरीके से निवेश करें, क्योंकि निरंतर बढ़ती महंगाई के कारण केवल बचत कर लेना ही काफी नहीं है। अपनी बचत को सही जगह निवेश करना भी जरूरी है।
प्रॉपर्टी में इस प्रकार का इन्वेस्टमेंट सबसे फायदेमंद है
भारत की ज्यादातर मध्यमवर्गीय लोगों का एक कॉमन सपना है कि उनका अपना एक आलीशान घर होना चाहिए। अपना घर होना एक समझदारी भरा निर्णय है परंतु आलीशान घर होना फायदेमंद नहीं होगा। बेहतर है कि अपने रहने लिए जितना जरूरी है उतना बड़ा घर बनाएं। बचे हुए पैसे को कमर्शियल प्रॉपर्टी में इन्वेस्ट करें। दुकान अथवा ऑफिस का किराया, मकान किराए से ज्यादा मिलता है। यदि आप अपनी प्रॉपर्टी के लिए HOME LOAN ले रहे हैं तो ध्यान रखें कि होम लोन की किस्त आपके वेतन अथवा न्यूनतम मासिक प्राप्ति के 25% से अधिक नहीं होनी चाहिए।
BANK FD बढ़िया है लेकिन इस लिमिट से ज्यादा नहीं
बैंक एफडी एक बढ़िया विकल्प है लेकिन आपके 1 साल के घर खर्च से ज्यादा धन बैंक में फिक्स डिपॉजिट के रूप में नहीं होना चाहिए। यदि आप अपने लिए कोई प्रॉपर्टी प्लान कर रहे हैं, तो उस टारगेट के पूरे होने तक अपनी जमा रकम को बैंक में फिक्स डिपॉजिट रखना ठीक है।
GOLD INVESTMENT
सोने में निवेश करना भारत में इन्वेस्टमेंट की सबसे प्राचीन और सफल ट्रिक है। बच्चों की हायर एजुकेशन के लिए। उनके शादी ब्याह के लिए या फिर भविष्य में प्रॉपर्टी खरीदने के लिए यदि बचत कर रहे हैं तो बैंक एफडी के अलावा अपनी बचत का एक हिस्सा गोल्ड में निवेश करें। आजकल तो सरकारी गोल्ड बॉन्ड भी आ गए हैं।
MUTUAL FUND सही है, पेंशन के लिए 10 साल का LUMPSUM निवेश करें
रिटायरमेंट से पहले अपना घर और घर खर्च के लिए किराए पर देने हेतु एक दुकान के साथ मेडिकल इमरजेंसी के लिए BANK FD एवं GOLD के बाद अब जरूरत होती है कि, रिटायरमेंट के बाद कुछ ऐसा पैसा भी मिलना चाहिए जिससे तीर्थ यात्रा, पर्यटन और दूसरे आनंददायक कामों में खर्च कर सके। इसके लिए म्यूच्यूअल फंड बिल्कुल सही है। 10 साल का टारगेट लेकर LUMPSUM में निवेश करें। रिकॉर्ड बताते हैं कि SIP के बजाय LUMPSUM में निवेश करने पर 10 साल में आप की जमा रकम 3 गुना हो जाती है। यानी यदि आप आज ₹5000 निवेश करते हैं तो 10 साल बाद यह रकम ₹15000 से अधिक हो जाएगी।
इसमें कुछ कम या कुछ ज्यादा भी हो सकता है। क्योंकि घर में नियमित खर्च के लिए दुकान का किराया मिलता रहेगा इसलिए म्यूच्यूअल फंड की प्राप्ति थोड़े कम या थोड़े ज्यादा से रिटायरमेंट के बाद की लाइफ को प्रभावित नहीं करेगी।
लाइफ का सबसे इंपोर्टेंट इन्वेस्टमेंट प्लान
सबसे अंत में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि, यदि संतान आज्ञाकारी है, जिम्मेदार है, समझदार है, सक्रिय है और उसमें कुछ कर दिखाने का पोटेंशियल है तो फिर संतान में निवेश कीजिए। उसके सपनों को पूरा होने दीजिए। यह एक ऐसा इन्वेस्टमेंट है जिसमें अनलिमिटेड रिटर्न की संभावना है। जब पोटेंशियल होता है तो चपरासी का बेटा कलेक्टर बन जाता है। कार की पंचर बनाने वाले का बेटा करोड़पति कारोबारी हो जाता है।
उद्घोषणा:- कृपया अपने लिए स्वयं फार्मूला बनाएं। दूसरे किसी भी व्यक्ति के इन्वेस्टमेंट फार्मूले को कॉपी ना करें। सब की बातों को ध्यान पूर्वक सुने और फिर अपने लिए प्लान तैयार करें। कई बार सफल व्यक्ति की सलाह अपनी लाइफ के लिए गलत साबित हो जाती है और अपनी जिंदगी में फेल हो चुके व्यक्ति का परामर्श अपने लिए फायदेमंद साबित होता है। इसलिए जरूरी है कि तराजू अपने हाथ में रखें। जब जिंदगी अपनी है तो उसके फैसले भी अपने ही होने चाहिए।