मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के हॉस्टल में मैकेनिकल इंजीनियरिंग के थर्ड ईयर के स्टूडेंट की संदिग्ध मौत हो गई। उसकी डेडबॉडी उसके हॉस्टल रूम में फांसी के फंदे पर लटकी हुई मिली। घरवालों का कहना है कि उसे किसी भी प्रकार की कोई प्रॉब्लम नहीं थी। वह सुसाइड नहीं कर सकता। पुलिस का कहना है कि हम हर एंगल से इन्वेस्टिगेशन कर रहे हैं।
स्कूल में टॉपर था, कॉलेज में 5 सब्जेक्ट में बैक लगा
मां ने बताया कि, हम नर्मदापुरम के रहने वाले हैं। हरे कृष्ण मंगरोल (उम्र 22 वर्ष) मेरा सबसे बड़ा बेटा और पांच बहनों का इकलौता भाई था। RGPV में मैकेनिकल इंजीनियरिंग तृतीय वर्ष का छात्र था। वह कैम्पस स्थित चंद्रशेखर आजाद हॉस्टल के रूम नंबर 415 में अकेला रहता था। बेटा बेहद होनहार और पढ़ाई को लेकर हमेशा संजीदा रहता था। पढ़ने में उसे कभी कोई परेशानी नहीं रही। स्कूल के समय से ही पढ़ने में अव्वल रहा है। उसे पांच सब्जेक्ट में बैक लगा और उसने हमसे जिक्र नहीं किया।
हॉस्टल में कुछ गलत हुआ है: मां का आरोप
बुधवार की रात वह कमरे में गया था। अगले दिन श्याम पांच बजे तक नहीं निकला। इस दौरान किसी ने देखा क्यों नहीं। बच्चा बाहर नहीं आ रहा, इस बात पर किसी ने दिनभर क्यों गौर नहीं किया। हमें पूरा यकीन है कि हॉस्टल में उसके साथ कुछ गलत हुआ है। सरकार को मामले की निष्पक्ष जांच कराकर हमें न्याय दिलाना चाहिए।
12 जुलाई को वीडियो कॉल पर बहुत खुश था
12 जुलाई (बुधवार) की रात को हरे कृष्ण ने वीडियो कॉल किया था। उसके चेहरे पर मुस्कान थी। उसने बताया था कि जल्द इंटर्नशिप शुरू होने वाली है। एक साल में डिग्री पूरी हो जाएगी। फिर अच्छा जॉब करूंगा और आपकी हर हसरत को पूरा करुंगा। यह सब बात करते समय मेरा बेटा बेहद सुंदर दिख रहा था। उसकी मुस्कान बेहद खूबसूरत लग रही थी।
माने गहने बेचकर फीस भरी थी
इसी वीडियो कॉलिंग के दौरान मेरी छोटी बेटी और कृष्ण की बहन ने उसकी एक स्क्रीन शॉट ले ली थी। यकीन ही नहीं हो रहा कि उसकी यह मुस्कुराती तस्वीर ही उसकी आखिरी निशानी बन जाएगी। बेटा लगभग रोजाना ही परिजनों से कॉल पर बातचीत करता था। हाल ही में उसे खर्च के लिए पांच हजार रुपए दिए थे। कुछ महीने पहले ही उसे फीस भरने के लिए बीस हजार रुपए जेवर बेचकर दिए थे। हर हाल में चाहते थे कि बच्चा काबिल बन जाए।
फोन पर तो तबीयत खराब बताई थी
मृतक के फूफा दीपक ने बताया कि बच्चे ने खुदकुशी कर ली। पढ़ा लिखा था और सुसाइड नोट नहीं छोड़ा यह समझ से परे है। उन्होंने सवाल खड़ा किया है कि हॉस्टल में ऐसा क्या हुआ जो उसने खुदकुशी कर ली। गुरुवार की रात को सूचना दी तो बताया कि कृष्णा की तबीयत खराब हो गई है, आ जाओ...कई बार पूछने पर नहीं बताया कि उसे हुआ क्या है।
नर्मदापुरम आने वाला था कृष्ण, स्टेशन से लौट गया
हरे कृष्ण के चचेरे भाई ने बताया कि बुधवार की शाम को उसने भाई से बात की थी। उसने पूछा कि तू लंबे समय से नहीं आया है। मैं भोपाल मिलने आ रहा हूं...उसने आने से मना कर दिया। बताया कि मैं स्वयं वहीं आ रहा हूं। मैं अचानक आकर घर वालों को सरप्रइज देना चाहता हूं। नर्मदापुरम आने के लिए वह भोपाल स्टेशन तक भी पहुंचा था। बाद में अचानक हॉस्टल लौट गया। इसके बाद सीधे उसकी मौत की सूचना मिली। हम दोनों दोस्त की तरह थे। एक दूसरे से हर बात शेयर करते थे। उसे किसी प्रकार की पढ़ाई को लेकर परेशानी थी तो मुझे जरूर बताता। अचानक सुसाइड की बात गले नहीं उतर रही है।
पुलिस ने कहा- इन्वेस्टिगेशन कर रहे हैं
गांधी नगर थाने के प्रभारी अरुण शर्मा का कहना है कि सभी पहलुओं की बारीकी जांच की जा रही है। जांच में पढ़ाई से लेकर लव एंगल तक को शामिल किया गया है। हॉस्टल में उसके करीबी दोस्तों और स्टॉफ से भी पूछताछ की जाएगी। जांच में आए तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
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