केंद्रीय विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा का रिजल्ट आ चुका है। अब स्टूडेंट्स को अपने पसंदीदा कॉलेज में एडमिशन चाहिए, लेकिन ज्यादातर लोगों को नहीं पता कि नॉर्मलाइज्ड स्कोर के आधार पर एडमिशन कैसे मिलता है। काउंटिंग अलग-अलग सब्जेक्ट के आधार पर होगी या फिर ओवरऑल। आइए ऐसे ही कुछ सवालों के जवाब जानते हैं:-
एडमिशन में कौन सा स्कोर काम आता है- नॉर्मलाइज्ड या परसेंटाइल
यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्ली के डिप्टी डीन एडमिशन डॉ आनंद सोनकर ने दिल्ली की पत्रकार मानसी मिश्रा को बताया कि, सीयूईटी एग्जाम के स्कोर कार्ड में आपके दो फिगर आते हैं। एक पर्सेंटाइल और दूसरा नॉर्मलाइज्ड स्कोर होता है। एडमिशन में सिर्फ आपका नॉर्मलाइज्ड स्कोर इस्तेमाल होता है। नॉर्मलाइज्ड स्कोर, वह स्कोर है, जो स्टूडेंट को उसकी सब्जेक्ट में परफॉर्मेंस के आधार पर दिया जाता है। परसेंटाइल स्कोर उस ग्रुप के दूसरे स्टूडेंट्स में से एक स्टूडेंट की पोजीशन देने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
उन्होंने बताया कि यदि कक्षा 12 में नंबर कम है और CUET में नॉर्मलाइज्ड अच्छा आया है तो उसके आधार पर मनचाहे कॉलेज और यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिल सकता है। केवल यह देखना होता है कि नॉर्मलाइज्ड स्कोर उस कॉलेज के लिए निर्धारित एलिजिबिलिटी से मैच कर रहा है या नहीं।
✔ पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार पढ़ने के लिए कृपया यहां क्लिक कीजिए। ✔ इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। ✔ यहां क्लिक करके हमारा टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। ✔ यहां क्लिक करके व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन कर सकते हैं। क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल - व्हाट्सएप ग्रुप पर कुछ स्पेशल भी होता है।