मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मंत्री परिषद की बैठक में नर्सिंग कॉलेजों में घोटाले को लेकर मंत्रियों ने चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग घेर लिया। स्थिति विधानसभा के सदन जैसी बनने वाली थी, तभी सीएम श्री शिवराज सिंह चौहान ने हस्तक्षेप करके श्री सारंग को मंत्रियों के सवालों से बचाया।
यशोधरा और ओमप्रकाश में विश्वास सारंग की क्लास लगा डाली
दरअसल, मंत्री परिषद की बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग ने भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, रीवा और सागर में चल रहे नर्सिंग कॉलेजों के लिए टीचर और अन्य कैडर के 305 नए पद की मांग की। इस पर तकनीकी शिक्षा मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कमेंट किया कि पहले नर्सिंग कॉलेजों की गड़बड़ी तो ठीक कर लो। MSME मिनिस्टर श्री ओमप्रकाश सकलेचा हमलावर हो गए। उन्होंने कहा कि बहुत गंभीर मामला है। कई नर्सिंग कॉलेजों में तो 60 सीट स्वीकृत है और 100 विद्यार्थियों को एडमिशन दे दिया गया है। उन्होंने कहा कि नर्सिंग कोर्स करने वाले विद्यार्थी गरीब परिवारों से आते हैं। उनके साथ अन्याय नहीं होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने विश्वास सारंग को बचाया
श्री ओमप्रकाश सकलेचा को बीच में डूबते हुए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यदि 30 मिनट की बैठक में इस तरह की बातें होंगी तो कैबिनेट चलाना मुश्किल हो जाएगा। इस विषय में आप अलग से श्री विश्वास सारंग से बात कर सकते है। इसके बाद श्री ओमप्रकाश सकलेचा समझ गए और तीन बार सॉरी बोल कर चुप हो गए। मुख्यमंत्री महोदय के निर्देश पर सभी मंत्रियों ने चिकित्सा शिक्षा मंत्री के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।
समाचार लिखे जाने तक जानकारी नहीं मिली थी कि, श्री विश्वास सारंग की श्री ओमप्रकाश सकलेचा एवं श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया से अलग से कोई बात हुई है या नहीं।
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