CM Sir, कृपया मध्यप्रदेश पुलिस SAF से जिला पुलिस बल में स्थानांतरण आदेश जारी करवाएं - Khula Khat

Bhopal Samachar
माननीय महोदय जी,मध्यप्रदेश पुलिस विभाग के अंतर्गत पुलिस सशस्त्र बल के कर्मचारियों को जिला बल में संविलियन तथा स्थानांतरण करने के लिए कुछ प्रावधान है। जिसके लिए निम्नानुसार हैं- कुछ नियमों को सुझाव के रूप में प्रस्तुत है, जो
1. मध्यप्रदेश में आरक्षक भर्ती परीक्षा 2012 से 2017 तक व्यापम द्वारा ली गई जिसमें जिला पुलिस अथवा विशेष सशस्त्र पुलिस में भर्ती करने की पूरी प्रक्रिया एवं मापदण्ड एक ही हैं परन्तु 2017 की भर्ती के बाद ये अलग अलग कर दिये गए। अतः 2012 से 2017 तक के चयनित सशस्त्र पुलिस बल के आरक्षकों को जिन्होंने आरक्षक भर्ती दी है उनको जिला पुलिस बल में स्थानांतरण या संविलियन किया जाए।

2. पुलिस के ऐसे शासकीय सेवक जिन्होंने 5 वर्ष की सेवा पूर्ण कर ली हो उनको जिला बल में शामिल किया जावे, जिससे विसबल (SAF) और जिला बल के बीच सामंजस्य हो सके तथा भेदभाव की भावना पूर्ण रूप से समाप्त की जा सके। 

★ अन्य राज्यों में विसबल के कर्मचारीयों का जिला बल एवं पुलिस विभाग की अन्य शाखाओं में स्थानांतरण की प्रक्रिया सुचारू रूप से चालू है जिसमें दिल्ली, हरयाणा, तेलंगाना, उतराखण्ड, पंजाब आदि कई राज्य हैं। 

3. पूर्व में पुलिस मुख्यालय के पत्र क्रमांक / पुम (310862 दिनांक 13.09.1982 के द्वारा विसबल से जिला पुलिस बल में व अन्य शाखाओं में स्थानांतरण हेतु विस्तार में निर्देश प्रसारण किये गए थे, परन्तु इस आदेश को विलोपित कर दिया गया। 

4. वर्तमान में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में पीएसी (SAR) कैडर के मुद्दे पर हाई कोर्ट में दाखिल याचिका पर हाई कोर्ट ने स्पष्ट कहा है की दोनों पुलिस बल का मुखिया पुलिस महीनिदेशक ही है तथा दोनों के कैडर एक ही हैं। कानून व्यवस्था के लिए जन हित में दोनों पुलिस बल के कर्मचारियों का एक दूसरे में स्थानांतरण किया जा सकता है। 

5. 1861 पुलिस रेगुलेशन एक्ट के तहत विशेष सशसेत्र बल का स्थानांतरण जिला पुलिस बल में किए जाने का प्रावधान है।

6. विसबल का कर्मचारी जिस दिनांक से भर्ती होता है उस दिनांक से ही निरंतर अलग अलग थानों पर ड्यूटी हेतु मूवमेंट करता रहता है। साथ ही ड्यूटी अधिक होने से विसबल के कर्मचारी के मानसिक शक्ति का निरंतर हास होता है।

7. मध्यप्रदेश मे होने वाली समस्त परीक्षाओं की भर्तीयों में प्रारंभिक चरण में जवान को विसबल विभाग में वर्ष के लिए पद स्थापना की जावे ततपश्चात् अन्य विभागों जैसे जिला बल विशेष 5 शाखा जीआरपी में पद अनुसार इनकी पद स्थापना होनी चाहिए। 

बीजेपी पूर्व सांसद अनूप मिश्रा जी और 24 से बढकर अब तक बीजेपी व कांग्रेस के लगभग 35 विधायको द्वारा मध्यप्रदेश सशस्त्र पुलिस को जिला पुलिस मे संविलियन कि प्रकिया पुनः प्रारम्भ करने के लिए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री को अनुशंसा कि गयी है और बताया गया है कि पूर्व मे यह प्रकिया मध्यप्रदेश मे चालू थी तथा वर्तमान मे यह प्रकिया दिल्ली पुलिस, महाराष्ट्र पुलिस और अन्य राज्यों मेनिरंतरता के साथ चालू है
माननीय विधायकों कि सूची जिनके द्वारा अनुशंसा कि गयी :-
1) अनूप मिश्रा जी (पूर्व सांसद बीजेपी ) -
2) राकेश गिरी गोस्वामी (विधायक बीजेपी) -
3) अनिल जैन ( विधायक बीजेपी )
4 डॉ शिशुपाल यादव - ( विधायक बीजेपी )
5 ) सचिन बिरला - (विधायक बीजेपी ) 
6) प्रियव्रत सिंह (पूर्व मंत्री, वर्तमान कांग्रेस विधायक )
7) सुखदेव पांसे (पूर्व मंत्री, वर्तमान कांग्रेस विधायक )
8 ) प्रवीण पाठक - (कांग्रेस विधायक)
9) जीतू पटवारी - (पूर्व मंत्री, वर्तमान कांग्रेस विधायक )
10) पी सी शर्मा - ( पूर्व मंत्री, वर्तमान कांग्रेस विधायक )
11) डॉ हीरालाल अलावा - (विधायक)
12) रामचंद्र दांगी - (कांग्रेस विधायक) 
13) बापूसिंग तंवर (कांग्रेस विधायक)
14) मनोज चावला (कांग्रेस विधायक)
15) शिवदयाल बागरी (कांग्रेस विधायक)
16) राकेश मावई - (कांग्रेस विधायक )
17 ) मुकेश रावत (पटेल) - (कांग्रेस विधायक)
18) नारायण सिंह पट्टा (कांग्रेस विधायक)
19) सुरेंद्र सिंह बघेल - (कांग्रेस विधायक)
20) प्रताप ग्रेवाल - ( कांग्रेस विधायक )
21) नीलेश पुसारामजी उइके (कांग्रेस विधायक)
22) सुरेश राजे - (कांग्रेस विधायक )
23) डॉ सतीश सिकरवार (कांग्रेस विधायक) -
24) विपिन वानखेड़े- (कांग्रेस विधायक) 
25) संजय शुक्ला (कांग्रेस विधायक ) -
26) कमलेश प्रताप शाह (कांग्रेस विधायक)
27) योगेंद्र सिंह (बाबा) - (कांग्रेस विधायक)
28) डॉ रविंद्र सिंह तोमर (कांग्रेस विधायक)
29) अजय कुमार टंडन- (कांग्रेस विधायक)
30) हर्ष यादव (कांग्रेस विधायक )
31) सचिन सुभाष यादव (कांग्रेस विधायक) 
32) वीरसिंह भूरिया - ( कांग्रेस विधायक)
33) रामबाई गोविन्द सिंह (बीएसपी विधायक) -
34 ) रामलाल सहारे (कांग्रेस विधायक) -
35) कुणाल चौधरी (कांग्रेस विधायक ) -
आवेदक
समस्त विसबल कर्मचारी परिवार मध्यप्रदेश 

अस्वीकरण: खुला-खत एक ओपन प्लेटफार्म है। यहां मध्य प्रदेश के सभी जागरूक नागरिक सरकारी नीतियों की समीक्षा करते हैं। सुझाव देते हैं एवं समस्याओं की जानकारी देते हैं। पत्र लेखक के विचार उसके निजी होते हैं। इससे पूर्व प्रकाशित हुए खुले खत पढ़ने के लिए कृपया Khula Khat पर क्लिक करें. यदि आपके पास भी है कुछ ऐसा जो मध्य प्रदेश के हित में हो, तो कृपया लिख भेजिए हमारा ई-पता है:- editorbhopalsamachar@gmail.com 

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