Low investment high profit small startup business ideas
सभी जानते हैं कि उर्वरक एवं कीटनाशक दवाओं की दुकान में काफी कमाई होती है, जबकि कोई खास मेहनत नहीं करनी पड़ती। आपको बस दुकान पर उपस्थित रहना है और सरकार के निर्देशों का पालन करना है, लेकिन सभी लोग कीटनाशक दवाओं की दुकान नहीं खोल सकते। इसके लिए बीएससी केमिस्ट्री अथवा एग्रीकल्चर में ग्रेजुएशन की डिग्री होना अनिवार्य है परंतु अब दसवीं पास व्यक्ति भी कीटनाशक दवा की दुकान खोल सकता है।
DAESI Diploma यानी कमाई की गारंटी
भारत के प्रत्येक ग्रामीण क्षेत्र में उर्वरक एवं कीटनाशक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने खास किस्म के डिप्लोमा कोर्स को मान्यता दी है। स्कूल का नाम है DAESI Diploma (अंग्रेजी में;Diploma in Agricultural Extension Service for input Dealers, हिंदी में;डिप्लोमा इन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन सर्विसेज फॉर इनपुट डीलर्स)। भारत में कई सरकारी और प्राइवेट यूनिवर्सिटी में यह कोर्स उपलब्ध है। डिस्टेंस लर्निंग प्रोग्राम के तहत भी इस कोर्स को उपलब्ध कराया गया है। यानी आप चाहे तो घर बैठे भी DAESI Diploma प्राप्त कर सकते हैं।
सरकार की मदद से ग्राहक अपने आप दुकान पर आएंगे
DAESI Diploma के आधार पर आपको सरकार के द्वारा कीटनाशक दवाओं के विक्रेता के तौर पर लाइसेंस मिल जाएगा। आपको शासन के निर्देशानुसार उर्वरक एवं दवाइयों का स्टॉक रखना है। उर्वरक एवं दवाइयां बनाने वाली कंपनियां आपको आपकी दुकान पर माल उपलब्ध करा देती है। शासन के निर्देशानुसार किसान आपके यहां से उर्वरक एवं कीटनाशक दवाइयों की खरीदारी करते हैं। आपको केवल अपनी दुकान पर उपस्थित रहना है और हिसाब किताब रखना है।
सरकारी नौकरी जैसा व्यवसाय
उर्वरक एवं कीटनाशक दवाओं की दुकान का बिजनेस एक प्रकार से सरकारी नौकरी जैसा व्यवसाय होता है। इसमें आपको ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं पड़ती। ना कोई मशीन लगानी है। ना ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए विज्ञापन आदि करना है और ना ही माल खरीदने के लिए देशभर के कई शहरों में दौरे करने हैं। कोई प्रतियोगिता नहीं होती। उर्वरक एवं दवा बनाने वाली कंपनियां आपको आपकी दुकान पर स्टॉक उपलब्ध करा देती है। सरकारी व्यवस्था के तहत उर्वरक एवं कीटनाशक दवाओं का चयन हो जाता है। आपको किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होती। आप अपने गांव में, अपने घर पर रहते हुए अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं।
उद्घोषणा- उर्वरक एवं कीटनाशक दवाओं के लिए भारत के सभी राज्यों में स्थानीय प्रशासन द्वारा अलग-अलग पॉलिसी एवं नियम निर्धारित किए गए हैं। कृपया सबसे पहले इनके बारे में पता करें। Notice: this is the copyright protected post. do not try to copy of this article)
✔ पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार पढ़ने के लिए कृपया यहां क्लिक कीजिए। ✔ इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। ✔ यहां क्लिक करके हमारा टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें।