सन 1715 में राजपूत राजा नरसिंह देवरा से युद्ध हारने के बाद समझौते के शामियाने में उनकी हत्या करने वाले धोखेबाज दोस्त मोहम्मद खान द्वारा जगदीशपुर पर कब्जा करके उसका नाम बदलकर इस्लामनगर कर दिया गया था। पूरे 308 साल बाद सन 2023 में जगदीशपुर को अपनी पहचान वापस मिली। अब भोपाल के जगदीशपुर का REJUVENATION (रिजुवेनेशन- कायाकल्प) शुरू होने जा रहा है। सबसे पहले गोंड महल के लिए फंड जारी हुआ है।
जगदीशपुर भोपाल का किला और रानी महल आकर्षण के केंद्र
राजधानी भोपाल से सटे जगदीशपुर में कई ऐसी प्राचीन धरोहर हैं, जो अपने अंदर इतिहास को समेटे हुए हैं।यहां एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक किला भी है। जिसे देखने सैलानी दूर-दूर से यहां पहुंचते हैं। यहां 10वीं, 11वीं सदी के दौरान परमार वंश के कई ऐतिहासिक तथ्य देखने को मिलते हैं। इसके अलावा गोंड साम्राज्य के अवशेष भी यहां मिलते प्रतीत होते हैं क्योंकि यहां पर स्थित गोंड राज्य के किले और रानी महल आज भी आकर्षण के केंद्र हैं। वर्तमान समय में भी ऐतिहासिक धरोहरों के चलते यहां पर कई वेब सीरीज और फिल्मों की शूटिंग भी हो चुकी है।
गोंड महल के ब्यूटिफिकेशन की तैयारी
नगर निगम का यांत्रिक विभाग जगदीशपुर का गोंड महल और बाहरी एरिया को संवारने जा रहा है। इसके लिए खाका तैयार कर लिया है। करीब एक करोड़ 77 लाख रूपए इस पर खर्च होंगे। पर्यटकों की सुविधा के लिए यांत्रिक विभाग यहां पार्किंग विकसित करेगा। इसके अलावा पाथवे बनाएगा और बाहरी एरिया का ब्यूटिफिकेशन होगा।
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