मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जिस बात से बचना चाहते थे, श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक कैबिनेट मंत्री श्री प्रदीप सिंह तोमर ने उन्हें उसी परेशानी में डाल दिया। यह सब कुछ तब हुआ जब सीएम शिवराज सिंह चौहान ने वित्त विभाग की आपत्ति के बावजूद मंत्री श्री प्रद्युमन सिंह तोमर की प्रतिष्ठा के लिए अपने वीटो का उपयोग किया था।
प्रद्युम्न सिंह तोमर- फ्लैशबैक एवं ताजा स्थिति संक्षिप्त में
मध्य प्रदेश की विधानसभा क्रमांक 15 ग्वालियर के विधायक श्री प्रद्युमन सिंह तोमर, अपने पॉलिटिकल गॉडफादर श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की कृपा से शिवराज सिंह चौहान सरकार में कैबिनेट मंत्री तो बन गए परंतु ना तो अपने मंत्रालय की मदद से सरकार को कोई फायदा पहुंचा पाए और ना ही अपने विधानसभा क्षेत्र में ऐसा कुछ कर पाए कि, विधानसभा चुनाव 2023 में कोई चुनौती सामने ना पाए। श्री प्रद्युमन सिंह तोमर के कारण मध्य प्रदेश की हर विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के 5% वोट प्रभावित होने की संभावना है। वहीं दूसरी तरफ अपनी विधानसभा में, उनकी हालत काफी नाजुक है। नाले-नालियों में उतर कर सफाई करने और बिजली के खंबे पर चढ़कर सप्लाई ठीक करने के बावजूद उनकी स्थिति मजबूत नहीं है।
अब मुद्दे की बात
मध्य प्रदेश की विधानसभा क्रमांक 15 ग्वालियर के सेवा नगर क्षेत्र में एक शराब की दुकान खुली है। पब्लिक इस दुकान का विरोध कर रही थी। कैबिनेट मंत्री होने के बावजूद श्री प्रद्युमन सिंह तोमर जानते थे कि, शराब की दुकान बंद करवाना उनके बस का काम नहीं है। इस मामले में श्रीमंत महाराज साहब भी मदद नहीं करने वाले। बड़ी मुश्किल से कैबिनेट की बैठक में एक्स एजेंट में कल 48 प्रस्तावों में से 47 वे नंबर पर इस दुकान को बंद करने का प्रस्ताव शामिल किया गया। इसके साथ वित्त मंत्रालय की आपत्ति भी थी। स्पष्ट हो गया था कि प्रस्ताव पास नहीं हो पाएगा लेकिन सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अपनी वीटो पावर का उपयोग किया और मंत्रिपरिषद की बैठक में बिना किसी चर्चा के दुकान को बंद करने का प्रस्ताव पास हो गया।
प्रद्युम्न सिंह ने मुख्यमंत्री को किसी परेशानी में डाला
मुख्यमंत्री चाहते थे कि इस बारे में अंदर और बाहर किसी प्रकार की चर्चा ना हो। यहां तक कि, जनसंपर्क संचालनालय द्वारा जारी किए गए मंत्री परिषद की बैठक के आधिकारिक प्रतिवेदन में भी इसका जिक्र नहीं किया गया ताकि जनता को पता ना चल पाए लेकिन कैबिनेट मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर यहां पर दंडवत पॉलिटिक्स खेल गए। वह भारी मीटिंग में अपनी कुर्सी से उठे और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के चरणों में इस प्रकार दंडवत हो गए जैसे भक्ति मंदिरों में भगवान की प्रतिमा के सामने दिखाई देते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं श्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने यह भी कहा कि, आप तो भगवान हैं और आप ही यह कर सकते हैं।
इसी के साथ वह मामला जिसे मुख्यमंत्री सारी दुनिया से छुपाना चाहते थे, न केवल सबके सामने आ गया बल्कि कैबिनेट मीटिंग के दूसरे दिन चर्चा का मुख्य केंद्र भी बन गया। अब पूरे मध्य प्रदेश से मुख्यमंत्री पर शराब की दुकान बंद करने का दबाव बनाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
पॉलिटिक्स के स्टूडेंट के लिए केस स्टडी- कंक्लुजन
श्री प्रद्युमन सिंह तोमर को जानने वाले कहते हैं कि मंत्री जी कभी भी कुछ भी अनजाने में नहीं करते। उनके हर कदम के पीछे कोई एजेंडा, कोई प्लान होता है। पॉलिटिक्स के स्टूडेंट्स के लिए यह मामला केस स्टडी है कि किस प्रकार परेशानी में फंसा हुआ एक मंत्री, मदद करने वाले मुख्यमंत्री को नई परेशानी में डाल सकता है।
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