मध्यप्रदेश के नीमच जिले कि मनासा विधानसभा क्षेत्र में मंगलवार की रात भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा पर करीब 150 लोगों ने हमला किया। भाजपा ने आरोप लगाया कि यह हमला कांग्रेस के लोगों ने किया है और कमलनाथ ने करवाया है परंतु स्थानीय स्तर से जिस प्रकार के समाचार प्राप्त हुए हैं उसके अनुसार यह हमला वन विभाग और नीमच कलेक्टर के फैलियर के कारण हुआ है। हमलावर गोपालक हैं और वन विभाग ने उनकी गायों की चारे की जमीन पर कब्जा कर लिया है।
मध्य प्रदेश में भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा पर हमले का कारण
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल सहित पूरे मध्यप्रदेश में जानवरों की जमीनों पर कब्जा किया गया है। ज्यादातर मामलों में कलेक्टर की कृपा से जंगल के जानवरों की जमीन पर कब्जे किए गए हैं परंतु नीमच में उल्टा हुआ। वन विभाग ने रेजिडेंशियल एरिया में पशुपालकों के साथ रहने वाली गायों के चरने की जमीन पर कब्जा कर लिया। फारेस्ट डिपार्टमेंट वालों ने इस अवैध अतिक्रमण को अपनी फाइल में सीता प्रोजेक्ट नाम दिया है। इसके तहत फारेस्ट डिपार्टमेंट वालों ने जमीन पर तार फेंसिंग करा दी है। इसके कारण गायों को चारा नहीं मिल रहा है।
नीमच कलेक्टर की अनदेखी ने आग में घी डाला
गोपालक इस बात से नाराज हैं और लगातार अपनी गायों के लिए उसी जमीन की मांग कर रहे हैं, जो पिछले 500 सालों से गायों की चरने के काम आ रही है। पशुपालक कई बार कलेक्टर को आवेदन, निवेदन और ज्ञापन दे चुके हैं। इस तरह के मामले सुलझाना विधायकों के बस की बात नहीं है। कलेक्टर ही पशुपालकों को शांत कर सकते थे। उन्हें कोई विकल्प दे सकते थे। कम से कम इतना विश्वास तो दिला सकते थे कि उनकी समस्या के समाधान की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यदि नीमच के गोपालक हताश नहीं होते तो उनको गुस्सा नहीं आता और जो हाथ जिंदाबाद के लिए उठने वाले थे उनमें पत्थर नहीं होते।
✔ पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार पढ़ने के लिए कृपया यहां क्लिक कीजिए। ✔ इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। ✔ यहां क्लिक करके हमारा टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। ✔ यहां क्लिक करके व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन कर सकते हैं। क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल - व्हाट्सएप ग्रुप पर कुछ स्पेशल भी होता है।