मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में लोकायुक्त पुलिस ने सहकारिता विभाग के ऑफिस में छापामार कार्रवाई करते हुए सीनियर इंस्पेक्टर प्रवीण जैन को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। यह जानकारी लोकायुक्त एसपी की ओर से प्रेस को उपलब्ध कराई गई।
डीएसपी लोकायुक्त, प्रवीण सिंह बघेल के मुताबिक सांवरिया नगर निवासी 25 वर्षीय कुशाग्र शर्मा द्वारा शिकायत दर्ज करवाई थी। कुशाग्र को विश्वास गृह निर्माण सहकारी संस्था में महेश राजपूत से प्लाट खरीदना है। रजिस्ट्री के लिए उसको संस्था के परिसमापक की एनओसी की आवश्यकता थी। विभाग द्वारा संस्था वरिष्ठ निरीक्षक प्रवीण जैन को परिसमापक नियुक्त कर रखा था। उसने एनओसी के बदले कुशाग्र से डेढ़ लाख रुपय की मांग की। कुशाग्र ने लोकायुक्त एसपी एसएस सराफ को शिकायत कर दी। एसपी ने जैन को पकड़ने के लिए टीम गठित की और उसकी आवाज रिकार्ड करवाई।
डेढ़ लाख रुपये से शुरू हुई बातचीत सवा लाख पर तय हुई। पहली किस्त के रुप में 50 हजार रुपये मांगे। शेष राशी काम होने पर देना तय हुआ। बुधवार को कुशाग्र 50 हजार रुपये लेकर श्रम शिविर पहुंचा और जैन को रुपये दे दिए। जैसे ही जैन ने रुपये हाथ में लिए लोकायुक्त पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
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