मध्य प्रदेश शासन के जनसंपर्क विभाग का काम सरकार का प्रचार प्रसार करना है लेकिन कुछ कर्मचारी सरकार विरोधी गतिविधियों में संलिप्त हैं। पिछले दिनों चुनाव आयोग से जनसंपर्क विभाग के कुछ कर्मचारियों की शिकायत की गई थी। अब एक कर्मचारी की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। प्राथमिक जांच में उसे सरकार के खिलाफ प्रचार करने का दोषी पाया गया है।
बैतूल कलेक्टर के ट्विटर अकाउंट से सरकार विरोधी पोस्ट
मामला बैतूल जिले का है। ट्विटर पर कलेक्टर बैतूल के नाम से एक ऑफिशल अकाउंट संचालित किया जाता था जो वर्तमान में निष्क्रिय कर दिया गया है। 17 सितंबर को समीक्षा सिंह नाम के एक ट्विटर हैंडल से सरकार की निंदा की गई। कलेक्टर बैतूल के निष्क्रिय ऑफिशियल अकाउंट से समीक्षा सिंह की पोस्ट को री पोस्ट किया गया यानी प्रचारित किया गया। जैसे ही बैतूल कलेक्टर श्री अमनबीर सिंह बैंस को इसकी जानकारी मिली उन्होंने अपर कलेक्टर श्री जयप्रकाश सैयाम को मामले की जांच एवं कार्रवाई के निर्देश दिए।
जनसंपर्क विभाग का कर्मचारी बर्खास्त, FIR दर्ज
जांच में पाया गया कि जनसंपर्क विभाग के आउटसोर्स कर्मचारी श्री शिवराम बारंगे द्वारा यह काम किया गया है। उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई। इसके अलावा रात में ही गंज थाना पहुंचकर अपर कलेक्टर ने आपराधिक प्रकरण दर्ज करने के लिए आवेदन दिया। पुलिस ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2008 की धारा 66 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया है।
उल्लेखनीय है कि सिविल सेवा नियमों के अंतर्गत कोई भी शासकीय कर्मचारी राजनीतिक गतिविधियों में प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष भागीदारी नहीं कर सकता। कोई भी सरकारी कर्मचारी सरकार की निंदा नहीं कर सकता। जहां तक जनसंपर्क विभाग का सवाल है तो, यह विभाग सरकार का प्रचार करने के लिए ही गठित किया गया है। अब तक 3 कर्मचारियों की शिकायत चुनाव आयोग से कर दी गई है और एक कर्मचारी की सेवा समाप्त हो गई है जबकि कुछ अन्य कर्मचारी भी जांच की जद में है।
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