मध्य प्रदेश में सत्ता की तरफ बढ़ रही कांग्रेस पार्टी में विधानसभा चुनाव के टिकट को लेकर तनाव की स्थिति बन गई है। स्ट्रेस का लेवल क्या है, इसका अंदाजा केवल इस बात से लगाया जा सकता है कि, 100 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नाम फाइनल करने के लिए हुई स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में, कोई एक राय नहीं बन पाई। बुधवार शाम की स्थिति में यह कहा जा सकता है कि कमलनाथ मध्य प्रदेश में कांग्रेस के सबसे बड़े नेता हैं परंतु कांग्रेस की नीति के नियंता नहीं है। हालांकि यह फाइनल नहीं है, पिक्चर अभी बाकी है।
कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी में टिकट के क्राइटेरिया को लेकर विवाद
पार्टी सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को साढ़े चार घंटे चली बैठक में टिकट के क्राइटेरिया को लेकर विवाद की स्थिति बनी। सीएम कैंडिडेट कमलनाथ की ओपिनियन और स्ट्रेटजी को स्क्रीनिंग कमेटी का अप्रूवल नहीं मिला। अंदर माहौल कितना गर्म रहा होगा, इस बात का पता इन दो बयानों से भी लगता है। मीटिंग से निकलने के बाद
- कमलनाथ ने कहा 100 सीटों पर बात हुई, कोई नाम फाइनल नहीं।
- स्क्रीनिंग कमेटी के चेयरमैन भंवर जितेंद्र सिंह ने कहा कि 150 सीटों पर चर्चा हुई।
स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में कौन-कौन उपस्थित
दिल्ली में कांग्रेस के वार रूम में मंगलवार शाम करीब 6 बजे बैठक शुरू हुई थी। यह रात 10.30 बजे तक चली। बैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह मौजूद रहे। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह भी बैठक में शामिल हुए।
मीडिया को सुरजेवाला ने संभाला
जब प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ पत्रकारों के सवालों से असहज हो गए तो मप्र के प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने परिस्थितियों को संभालने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि, 'प्रजातांत्रिक प्रक्रिया की औपचारिक शुरुआत की है। कई प्रकार की चर्चा हुई। मापदंडों पर चर्चा हुई कि कौन सबसे बेहतर उम्मीदवार हो सकता है, जीत सकता है, कौन मप्र में कांग्रेस की विचारधारा को आगे बढ़ा सकता है, किसके पास सबसे अधिक जनमत है, कौन मप्र में आदिवासियों, दलित, ओबीसी, गरीब, युवा, महिलाओं की आवाज जाति से ऊपर उठकर बुलंदी से उठा सकता है। उन्होंने कहा, 'बहुत जल्द हम बेहतरीन से बेहतरीन उम्मीदवार लेकर आएंगे। स्क्रीनिंग कमेटी के बाद ये मामला केंद्रीय चुनाव समिति में जाएगा। केंद्रीय चुनाव समिति फाइनल निर्णय करेगी।
16 सितंबर को मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी कुछ बड़ा करेगी
सुरजेवाला ने कहा, '230 सीटें हैं। लगभग हर सीट पर मंत्रणा होगी। उसके बाद सहमति बनाने की प्रक्रिया होगी। कर्नाटक में सबने देखा कि एक दिन में इन सब बातों का निर्णय नहीं हो सकता। कल फिर चर्चा होगी। 16 सितंबर को एक बड़ी प्रेस कॉन्फ्रेंस पीसीसी चीफ एक नए कार्यक्रम को लेकर भोपाल में करेंगे। हमारी मंत्रणा, सहमति और सद्भाव पूर्ण वातावरण में हुई। और हर प्रकार से मप्र को जिताने का माहौल पैदा करने के लिए बात हुई।'
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MP में बीजेपी एक तरफ दूसरी लिस्ट तैयार कर रही है वहीं कांग्रेस में पहली लिस्ट को लेकर ही सहमति नहीं बनी है, बैठकों का सिलसिला भी जारी है.. pic.twitter.com/ZeLCjx0pV0
— Akansha Thakur (@akanshathakur7) September 13, 2023