मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कन्या भोज के बहाने कर्फ्यू वाली माता के मंदिर से किडनैप की गई दोनों लड़कियों को पुलिस ने मुक्त कर लिया है। इन लड़कियों को निसंतान दंपति को बेचने के लिए चोरी किया गया था। किडनैपिंग करने वाला गिरोह हरियाणा से भोपाल आया था। पुलिस ने पांच लोगों को पकड़ लिया है परंतु विश्वास पूर्वक नहीं कहा जा सकता कि पूरा गिरोह पकड़ा गया है।
CRIME STORY पढ़िए- लड़कियों का अपहरण कैसे किया गया
कर्फ्यू वाली माता मंदिर पीरगेट पर बैठी महिला लक्ष्मी (किडनैप हुई लड़कियों की मां) ने बताया- शनिवार को मैं मंदिर के बाहर बैठी थी। ननद रवीना भी मेरे पास ही थीं। सुबह करीब 10 बजे दो महिलाएं आई। एक दूर खड़ी रही। एक ने पास आकर कहा कि कन्या भोज है। बच्चियों को खाना खिलाना है। हमने सोचा कि कई लोग यहां आते हैं। वे गरीबों को भोजन कराते रहते हैं, पैसा देता हैं। इन महिलाओं की यही इच्छा होगी।
मैने दोनों बच्चियों को खाना खिलाने ले जाने कह दिया। लगा था कि नवरात्र चल रहे हैं। मंदिर के बाहर ही बैठाकर बच्चियों को खाना खिला देगी। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ। चंद मिनट ही हुए होंगे कि दोनों बच्चियां आंखों से ओझल हो गई। हमने साेचा कि आसपास ही उनका घर होगा।
नवरात्र में लोग दान कर रहे हैं। ऐसे में रुपया जमा हो जाए, तो बच्चों को पालने में दिक्कत नहीं होगी। इसके बाद मैंने और ननद ने खाना खाया और मांगने में व्यस्त हो गई। जब कई घंटे बीत गए और बच्चियां नहीं आई तो हमें चिंता होने लगी। आसपास उनकी तलाश शुरू की। नहीं मिली तो मैंने पति मुकेश को फोन लगाया। उनके आने बाद हमने FIR दर्ज कराई।
अपहरण से पहले का होमवर्क
मूलत: रतलाम निवासी मुकेश आदिवासी कुछ दिन से बरेला गांव, लालघाटी में परिवार के साथ रहकर मजदूरी कर रहा है। पत्नी लक्ष्मी चार बच्चों और ननद के साथ पीरगेट स्थित कर्फ्यू वाली माता मंदिर में रोजाना आ रही थीं। शनिवार को भी वे मंदिर में बैठे थे। सुबह 10:30 बजे एक महिला ने कन्या भोज के बहाने बच्चियां मांगी। लक्ष्मी ने बड़ी बेटी काजल (8) और दीपावली (1) को सुपुर्द कर दिया था। इसके बाद महिला व उसकी साथी बच्चियों को लेकर गायब हो गईं। डीसीपी क्राइम श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में महिलाएं रेतघाट तक जाती दिखीं। उनके साथ एक मर्सिडीज भी थी।
अपहरण करने के बाद क्या किया
लड़कियों को कोलार इलाके में इंग्लिश विला में रखा गया था। लड़कियों की पहचान छुपाने के लिए उनका मुंडन करा दिया गया था। पुलिस की सर्चिंग काम होते ही लड़कियों को भोपाल से बाहर निकालने की तैयारी थी। पकड़े गए गिरोह में अर्चना (32), पति निशांत (35) बहन मुस्कान (20), भाई सूरज (22) और एक नाबालिग लड़की शामिल है। अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि, पूरा गिरोह पकड़ा गया या कोई बाकी भी है।
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