BHOPAL में व्यावसायिक शिक्षक ने सुसाइड किया, अशोकनगर निवासी था, प्रिंसिपल प्रताड़ित कर रहा था

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के गुनगा थाना क्षेत्र में, हर्राखेड़ा गांव में, सरकारी अरविंद भार्गव हायर सेकेंडरी स्कूल में पदस्थ व्यावसायिक शिक्षक श्री आकाश यादव उम्र 23 वर्ष ने आत्महत्या कर ली। उन्होंने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि स्कूल के प्रिंसिपल एवं दो अन्य शिक्षक मिलकर उसे लगातार प्रताड़ित कर रहे थे। स्कूल के प्रिंसिपल उसकी जगह अपनी पत्नी के भाई को नियुक्त करना चाहते थे। 

भोपाल में प्रताड़ना की चलते आउटसोर्स कर्मचारी ने सुसाइड किया

प्राप्त जानकारी के मुताबिक मूलरूप से अशोकनगर निवासी आकाश यादव पुत्र गोपाल यादव (23 वर्ष) यहां ग्राम हर्राखेड़ा में शासकीय अरविंद भार्गव हायरसेकंडरी स्कूल में व्यावसायिक प्रशिक्षक/शिक्षक के रूप में एग्रीकल्चर ट्रेड में स्किल वेंचर कम्पनी के माध्यम से विगत जुलाई माह से कार्यरत थे। ये स्कूल से लगभग 400 मीटर की दूरी पर किराए के मकान में निवासरत थे। शनिवार सुबह जब वह स्कूल नहीं पहुँचे तो उनके साथी शिक्षक द्वारा चिंता करते हुये उनके जब घर पहुँचे तो अंदर से दरवाजा बंद मिला और  कुंडी खटखटाने पर भी दरवाजा नहीं खोला गया तो पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस ने दरवाजा तोड़कर कमरे में प्रवेश किया। कमरे में आकाश यादव फंदे में लटके मिले जब तक उनकी मौत हो चुकी थी।

व्यावसायिक शिक्षण आकाश यादव का सुसाइड नोट

सुसाइड नोट में व्यावसायिक प्रशिक्षक ने लिखा मुझे शाला प्राचार्य प्रकाश विजयवर्गीय, शिक्षक नरेंद्र दुबे और अतिथि शिक्षक छगनलाल शाह द्वारा लगातार कई दिनों से मानसिक प्रताड़ित किया जा रहा है। प्राचार्य महोदय मेरे स्थान पर अपने रिश्तेदार साले को लाना चाहते है जिसके कारण मुझे परेशान किया जा रहा है। इसके साथ ही मेरी छगनलाल नामक अतिथि शिक्षक के साथ वादविवाद होने के कारण मुझ पर ही झूठी FIR दर्ज करवाने की धमकी दी गई, जिसके कारण मैं बहुत परेशान हूँ। 

ये लोग मेरी जिंदगी खराब करना चाहते हैं प्राचार्य प्रकाश विजयवर्गीय द्वारा मेरी ज्वाइनिंग के समय भी रिश्वत  की मांग की गई थी। इसके साथ ही अन्य शिक्षकों से भी रिश्वत मांगते हैं और परेशान किया करते हैं। मेरी उपस्थिति पोर्टल पर भी नहीं चढ़ा रहे, जिसके कारण मेरी 3 माह की सैलरी नहीं मिली। मैं जो कदम आज उठा रहा हूँ उसके जिम्मेदार प्रकाश विजयवर्गीय, नरेंद्र दुबे और छगनलाल शाह ये तीनों हैं।

NVETA- नवीन व्यावसायिक शिक्षा-प्रशिक्षक महासंघ मप्र की प्रतिक्रिया

विगत 8-9 वर्षों से मध्यप्रदेश के शासकीय विद्यालयों में व्यावसायिक प्रशिक्षक समग्र शिक्षा अभियान अंतर्गत विभिन्न आउटसोर्सिंग कम्पनियों के माध्यम से नियुक्त हैं। जो कि विद्यालयों में कौशल का विकास कर शासन की महत्वाकांक्षी योजना नवीन व्यावसायिक शिक्षा (NSQF) में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। लेकिन ये कर्मचारी वर्तमान में अपनी अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे है जिन्हें समय पर वेतन न मिलना, न ही कोई सम्मानजनक वेतनवृद्धि, जॉब सिक्योरिटी के लिए जॉब पॉलिसी, मातृव अवकाश, विभिन्न बीमा योजना  जैसी मूलभूत सुविधाओं से आज तक विभाग ने वंचित रखा। इसके साथ ही विद्यालयों में अधिकारियों द्वारा व्यावसायिक शिक्षा के अन्यत्र कार्यों के कारण एवं जॉब सिक्योरिटी न होने के कारण बार बार जॉब से निकलवाने की धमकियों के चलते इन्हें मानसिक तनाव झेलना पड़ रहा है। यह ही उदाहरण है कि आज आकाश यादव जैसे व्यावसायिक प्रशिक्षको को अपनी जान गवानी पड़ी। इस घटना से मप्र के समस्त व्यावसायिक प्रशिक्षकों में रोष व्याप्त है। नवीन व्यावसायिक शिक्षा-प्रशिक्षक महासंघ मप्र (NVETA) इस घटना की घोर निंदा करता है और इसके साथ ही सम्बंधित दोषियों पर कठोर कार्यवाही की शासन-प्रशासन से मांग करता है। 

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