मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के हॉस्टल में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। रैगिंग के आरोप में 12 छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की गई है परंतु इस कार्रवाई के कारण 200 विद्यार्थी प्रभावित हो रहे हैं। अब हालात यह है कि यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट और स्टूडेंट के बीच दुश्मन ही जैसी स्थिति बन गई है। मैनेजमेंट ने विद्यार्थियों का खाना बंद कर दिया है। विद्यार्थी लामबंद हो गए हैं और कोई भी घटना हो सकती है।
BU BHOPAL NEWS - हॉस्टल के मेस के कर्मचारियों की ड्यूटी बदली
मैनेजमेंट ने हॉस्टल के मेस के कर्मचारियों की ड्यूटी बदल दी है। अब हॉस्टल में खाना बनाने के लिए कोई कर्मचारी नियुक्त नहीं है। इसके कारण हॉस्टल में खाना नहीं बन रहा है। हॉस्टल के विद्यार्थी कुलपति से मिलने गए थे। उनका कहना है कि रैगिंग के आरोपी विद्यार्थियों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है। इसके कारण हॉस्टल के सभी 200 विद्यार्थियों को खाना नहीं देने का फैसला अनुचित है। कुलपति ने विद्यार्थियों से कोई चर्चा नहीं की बल्कि पुलिस को बुलाकर मिलने आए विद्यार्थियों को कुलपति के घर से भगा दिया गया था।
BU BHOPAL मैनेजमेंट ने जूनियर सीनियर का हॉस्टल अलग-अलग किया
दरअसल, विश्वविद्यालय प्रशासन ने निर्णय लिया है कि जवाहर हॉस्टल में सिर्फ जूनियर स्टूडेंट्स ( यूजी फर्स्ट ईयर) रहेंगे। इसके अलावा मुंशी प्रेमचंद हॉस्टल में सीनियर स्टूडेंट (फाइनल, थर्ड, सेकंड ईयर) रहेंगे लेकिन ज्यादातर सीनियर्स इस निर्णय का विरोध कर रहे हैं। कुछ जूनियर्स जो अभी मुंशी प्रेमचंद हॉस्टल में रह रहे हैं वे भी विरोध कर रहे है क्योंकि जवाहर हॉस्टल की अपेक्षा मुंशी प्रेमचंद में सुविधा कुछ हद तक बेहतर हैं। प्रशासन ने छात्रों को हॉस्टल खाली करने के निर्देश दिए 24 अक्टूबर तक का समय दिया था, लेकिन छात्र नहीं मान रहे हैं।
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