मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा अतिथि विद्वानों की पंचायत में जो घोषणाएं की गई थी, वह उच्च शिक्षा विभाग एवं तकनीकी शिक्षा विभाग, दोनों की अतिथि विद्वानों के लिए थी परंतु कैबिनेट द्वारा केवल उच्च शिक्षा विभाग की अतिथि विद्वानों के लिए मंजूरी दी गई। तकनीकी शिक्षा विभाग की ओर से ना तो प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया और ना ही मंजूरी दी गई।
अतिथि व्याख्याता इंजीनियरिंग कॉलेज श्री सुनील सिसोदिया ने बताया कि, 11 सितंबर 2023 अतिथि विद्वानों एवम तकनीकी अतिथि व्याख्याता की महापंचायत का आयोजन हुआ था। इस महापंचायत में माननीय मुख्यमंत्री जी ने अतिथि विद्वानों एवम तकनीकी अतिथि व्याख्याताओ के भविष्य को सुरक्षित रखने हेतु अनेक घोषणा की थी जो इस प्रकार है -
1) अब कार्यदिवस की बजाय मिलेगा मासिक वेतन।
2) अतिथि विद्वानों एवम अतिथि व्याख्याताओं का वेतन अब 50 हजार होगा।
3) शासकीय सेवकों के समान मिलेगी अवकाश सुविधा।
4) पास के महाविद्यालय में स्थानांतरण की सुविधा।
5) पीएससी परीक्षा 25% पद अतिथि विद्वानों के लिए आरक्षित होंगे।
6) लगातार पढ़ाने का काम कर रहे अतिथि विद्वान बाहर नहीं होंगे।
7) प्रतिवर्ष 4 और अधिकतम 20 अंक दिए जाते थे, इसको बढा़कर अधिकतम 10% अंक दिए जायेंगे।
उपरोक्त सभी घोषणाएं आज दिनांक तक तकनीकी अतिथि व्याख्याताओं पर लागू नहीं किया गया, जबकि ये सभी घोषणाएं अतिथि विद्वानों पर कैबिनेट बैठक में पारित कर लागू कर दी गई है।
हमारी सरकार से यही अनुरोध है, विनती है, जल्द से जल्द तकनीकी अतिथि व्याख्याताओं (इंजिनियरिंग कॉलेज एवम पॉलीटेक्निक कॉलेज) से सबंधित घोषणाएं कैबिनेट बैठक में पारित कर हमारा भविष्य सुरक्षित किया जाए।
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