Rajiv Gandhi praudyogiki Vishwavidyalay में डिप्लोमा इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों को सेमेस्टर परीक्षा का पेपर लीक करने के मामले में चार संविदा शिक्षकों को दोषी पाया गया है। मैनेजमेंट एंड डिसाइड किया है कि, सभी को बर्खास्त कर दिया जाएगा और उनके खिलाफ FIR दर्ज कराई जाएगी।
प्राचार्य डॉ. आरके श्रीवास्तव को भी हटाया जाएगा: कुलपति
कुलपति प्रो. सुनील कुमार ने कहा है कि यदि 7 दिन में यह कार्रवाई नहीं होती है तो प्राचार्य डॉ. आरके श्रीवास्तव को भी हटाया जाएगा। आंतरिक समिति की जांच में प्रथमदृष्टया लिप्त पाई जाने वाली तीन फैकल्टी गौरव जैन, हिमांशु राय और सुरभि श्रीवास्तव को सस्पेंड किया गया था और चौथी फैकल्टी सतीश अहिरवार को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। अब इनकी सेवाएं समाप्त कर पुलिस को जांच सौंपी जाएगी।
यूनिवर्सिटी कैंपस में हंगामा, NSUI ने प्रिंसिपल को जिम्मेदार बताया
एनएसयूआई के नेताओं ने यूनिवर्सिटी कैंपस में जबरदस्त हंगामा किया है। उनका कहना है कि इस मामले में प्रिंसिपल डॉ श्रीवास्तव दोषी हैं। उन्हें कई बार बताया गया लेकिन उन्होंने कोई एक्शन नहीं लिया। प्रिंसिपल श्रीवास्तव का कहना है कि, उनके पास लगातार ईमेल आ रहे थे। उन्होंने इस बारे में साइबर क्राइम पुलिस से मदद ली है। एनएसयूआई के नेताओं का कहना है कि जब तक मामले की जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक डॉक्टर आरके श्रीवास्तव को प्रिंसिपल के पद से हटाया जाए।
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