मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्थित राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में गुंडागर्दी चरम पर पहुंच गई है। मैनेजमेंट ने सभी हॉस्टल लावारिस छोड़ दिए हैं। कुलपति से लेकर वार्डन तक कोई कैंपस में नहीं रहता। स्टूडेंट की कई गैंग एक्टिव है। हर स्टूडेंट को किसी न किसी गिरोह में शामिल होना पड़ता है। कैंपस में हर रोज लड़ाई झगड़े होते हैं और जो स्टूडेंट इससे दूर रहना चाहता है, उसकी ज्यादा पिटाई होती है।
RGPV BHOPAL में इंजीनियर नहीं डॉन बन रहे हैं
भोपाल स्थित राजीव गांधी इंजीनियरिंग यूनिवर्सिटी में माहौल काफी कुछ अंडरवर्ल्ड जैसा है। हर रोज 5-10 स्टूडेंट के साथ में मारपीट होती है। इसकी कहीं कोई शिकायत नहीं की जाती। स्टूडेंट के कई गिरोह बन गए हैं। अक्सर गैंगवार हो जाती है। कैंपस में वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। पेरेंट्स और पब्लिक को तो तब पता चलता है जब बात हद से ज्यादा बढ़ जाती है। इस सबका एकमात्र कारण ही आएगी यूनिवर्सिटी के कुलपति से लेकर हॉस्टल के वार्डन तक, कोई भी कैंपस में नहीं रहता। यानी मैनेजमेंट में सभी हॉस्टल को लावारिस छोड़ दिया है। जो स्टूडेंट ताकतवर है, उसका राज चल रहा है। अब तक किडनैपिंग के मामले सामने आए हैं लेकिन कोई बड़ी बात नहीं कि जल्द ही आईपीसी की धारा 307 और 302 के मामले भी दर्ज होंगे।
RGPV मैनेजमेंट क्या कर रहा है
शिकायतें सामने आने पर राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का प्रबंध कड़ी कार्रवाई कर रहा है। कई छात्रों को निष्कासित कर दिया गया है। कई छात्रों पर जुर्माना लगाए गए हैं। कुछ छात्रों के हॉस्टल आवंटन रद्द किए गए हैं, जबकि कुछ छात्रों को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है। कुल मिलाकर यदि मामला सामने आता है तो कड़ी कार्रवाई करते हैं परंतु सबसे बड़ा सवाल यह है कि मामले सामने आते ही क्यों है। मैनेजमेंट अपनी ड्यूटी नहीं कर रहा है, यही कारण कि आरजीपीवी कैंपस में अपराध पनप रहे हैं।
✔ पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार पढ़ने के लिए कृपया यहां क्लिक कीजिए। ✔ इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। ✔ यहां क्लिक करके हमारा टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। ✔ यहां क्लिक करके व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन कर सकते हैं। क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल - व्हाट्सएप ग्रुप पर कुछ स्पेशल भी होता है।