भारत के सबसे बड़े सरकारी बैंक, भारतीय स्टेट बैंक के खाता धारकों और निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण खबर आ रही है। अंतर्राष्ट्रीय ब्रोकरेज हाउस UBS ने स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है और अपने निवेशकों को एसबीआई के शेयर बेचने की सलाह दी है।
Saving, finance and investment plan
विदेशी ब्रोकरेज हाउस UBS का कहना है कि भारतीय स्टेट बैंक ने बड़े पैमाने पर अनसिक्योर्ड लोन बांट दिए हैं। इसके कारण बैंक की बैलेंस शीट प्रभावित होगी। उसका मुनाफा कम हो जाएगा। UBS का कहना है कि वित्तीय वर्ष 2025 में एसबीआई के शेयर की कीमत में भारी गिरावट आ सकती है। इस अपडेट के पहले तक UBS ने एसबीआई के शेयर की टारगेट प्राइस 740 रुपए घोषित की थी परंतु अब इसे घटाकर ₹530 कर दिया है। UBS का कहना है कि बैंक के टोटल लोन में अनसिक्योर्ड लोन की हिस्सेदारी 10.8 प्रतिशत हो गई है। यह निवेशकों के लिए चिंता का विषय है और बैंक के लिए आने वाली बड़ी परेशानी का संकेत दे रहा है।
UBS की एडवाइजरी से SBI SHARE PRICE 1.68% गिरे
विदेशी ब्रोकरेज हाउस USB द्वारा अपने सब्सक्राइबर के लिए जारी की गई एडवाइजरी का असर पूरे स्टॉक मार्केट में दिखाई दिया। मात्र एक दिन में एसबीआई के शेयर की कीमत 1.68 प्रतिशत कम हो गई। 578 रुपए का शेयर 576.20 रुपए का रह गया। पिछले 5 दिनों में एसबीआई के स्टॉक की कीमत में 1% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है। पिछले एक महीने में यह गिरावट 3% से अधिक की है और साल 2023 में जनवरी से लेकर आज दिनांक तक यह गिरावट लगभग 6% है।
हालांक पिछले 12 महीना में यानी 12 अक्टूबर 2022 से लेकर 13 अक्टूबर 2023 तक 9% से ज्यादा की वृद्धि दर्ज की गई है परंतु साल 2023 में जनवरी से दिसंबर तक यह आंकड़ा शायद नजर नहीं आ पाएगा क्योंकि साल 2023 में 10% की वृद्धि के लिए, भारतीय स्टेट बैंक को सबसे पहले 6% की गिरावट से बाहर आना होगा। यानी 15 अक्टूबर से 31 दिसंबर के बीच कम से कम 16% की वृद्धि करनी होगी। UBS के अनुसार भारतीय स्टेट बैंक के मैनेजमेंट के लिए यह काफी चुनौती पूर्ण है।
डिस्क्लेमर- यह केवल एक समाचार है एवं किसी भी स्थिति में वित्तीय परामर्श नहीं है। कृपया अपने निवेश के लिए अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से परामर्श करें और एक बात हमेशा ध्यान रखें कि शेयर बाजार में यदि मुनाफा आपका होता है तो जोखिम भी आपका ही होता है।