फिनलैंड की सरकार और प्राइवेट सेक्टर भारतीय युवाओं को अपने देश में बुलाना चाहते हैं। को भारत के ऐसे युवाओं की तलाश कर रहे हैं जो परमानेंट फिनलैंड में निवास करेंगे। वहां की नागरिकता ले लेंगे। फिनलैंड को प्राइमरी स्कूल टीचर्स, प्रशासनिक सहायक, इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी एवं डाटा एक्सपर्ट्स की जरूरत है। इसके अलावा फिनलैंड कोमजदूरों की भी जरूरत है।
भारतीय युवाओं को फिनलैंड में परमानेंट जॉब क्यों मिल रहा है
फिनलैंड की सरकार ने तय किया है कि हर साल लगभग 30000 वर्क बेस्ड माइग्रेंट को बुलाया जाएगा। ऐसा इसलिए किया जाना है क्योंकि फिनलैंड में फिनिश नागरिकों की औसत आयु बढ़ने लगी है। यहां की ज्यादातर नागरिकों की उम्र 60 वर्ष से अधिक है और यहां पर युवाओं की संख्या बहुत कम है। किसी भी देश को चलाने के लिए युवाओं की आवश्यकता होती है। सरकारी और प्राइवेट सेक्टर में युवा ही काम कर सकते हैं। फिनिश समिति और इंडियन सोसाइटी के बीच में वर्षों पुराने रिलेशन है। फिनलैंड के नागरिक भारतीय नागरिकों के साथ बड़ी आसानी से व्यवहार बना पाते हैं। वह भारतीय नागरिकों के साथ खुद को सहज महसूस करते हैं। यही कारण है कि फिनलैंड में भारतीय नागरिकों के लिए परमानेंट जॉब क्रिएट हो रहे हैं।
फिनलैंड में भारतीय स्टूडेंट्स के लिए भी 15000 सीट
फिनलैंड की यूनिवर्सिटीज में भारतीय स्टूडेंट्स के लिए भी 15000 सीट आरक्षित की गई है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि सस्ती पढ़ाई के बहाने भारतीय युवा फिनलैंड आए और यहां के माहौल को देखें। यदि पसंद आता है और जॉब अपॉर्चुनिटी मिलती है, तो फिनलैंड में रहने और यहां की नागरिकता प्राप्त करने के बारे में विचार करेंगे।
✔ पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार पढ़ने के लिए कृपया यहां क्लिक कीजिए। ✔ इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। ✔ यहां क्लिक करके भोपाल समाचार का व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करें। ✔ यहां क्लिक करके भोपाल समाचार का टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल - व्हाट्सएप ग्रुप पर कुछ स्पेशल भी होता है।