मध्य प्रदेश शासन ने शासकीय कर्मचारियों को 4% महंगाई भत्ता देने के लिए चुनाव आयोग को प्रस्ताव भेज दिया है। इसकी जानकारी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दी। उन्होंने बताया कि इस प्रस्ताव को मंजूर हो जाने से मध्य प्रदेश राज्य के सरकारी कर्मचारियों का महंगाई भत्ता केंद्रीय कर्मचारियों के समान हो जाएगा।
कर्मचारियों को महंगाई भत्ता का फैसला आयोग के हाथ में
सूत्र बताते हैं कि मध्य प्रदेश शासन के इस प्रस्ताव पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है। चुनाव आयोग की सहमति मिलने के बाद मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी इस मामले में सरकार को जानकारी देंगे। अगर आयोग इसकी अनुमति देगा तो सात लाख नियमित कर्मचारियों के साथ करीब इतने ही दैनिक वेतन भोगी, स्थायी व अन्य कर्मचारियों को महंगाई भत्ते का लाभ मिल सकता है।
OPS के कारण डैमेज कंट्रोल की कोशिश
मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान सरकार कर्मचारियों की ओल्ड पेंशन स्कीम मांग के मामले में उलझी हुई है। सरकार ने इस मामले में कोई फैसला नहीं किया इसके कारण कर्मचारियों का एक बड़ा वर्ग सरकार से नाराज। इधर कांग्रेस पार्टी द्वारा अपने घोषणा पत्र में पुरानी पेंशन का वादा किया गया है। केंद्र के समान महंगाई भत्ता 1 जुलाई से दिया जाना था परंतु सरकार ने इस प्रक्रिया में भी देरी कर दी। अब चुनाव आयोग को प्रस्ताव भेजकर डैमेज कंट्रोल की कोशिश की जा रही है।
✔ पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा पढ़े जा रहे समाचार पढ़ने के लिए कृपया यहां क्लिक कीजिए। ✔ इसी प्रकार की जानकारियों और समाचार के लिए कृपया यहां क्लिक करके हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। ✔ यहां क्लिक करके भोपाल समाचार का व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करें। ✔ यहां क्लिक करके भोपाल समाचार का टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें। क्योंकि भोपाल समाचार के टेलीग्राम चैनल - व्हाट्सएप ग्रुप पर कुछ स्पेशल भी होता है।