health care - लोग हार्ट अटैक से नहीं मायोकार्डाइटिस से मर रहे हैं, हार्ट फेल हो जाता है - HINDI NEWS

Bhopal Samachar
भारत में पिछले दो-तीन सालों में हजारों लोगों की असमय मृत्यु हो गई है। किसी की जिम में एक्सरसाइज करते हुए तो कोई डीजे पर डांस करते हुए अचानक गिरा और उसकी मृत्यु हो गई। कुछ लोग तो सीने में दर्द होने पर घर से अस्पताल के लिए निकले और डॉक्टर के सामने मृत्यु हो गई। इस तरह की मृत्यु के मामले में ज्यादातर डॉक्टर कार्डियक अरेस्ट यानी हार्ट अटैक बताते हैं परंतु कुछ मरीजों का पोस्टमार्टम किया गया और उसके बाद पता चला कि, यह हार्ट अटैक नहीं बल्कि मायोकार्डाइटिस है। लक्षण हृदय का आज जैसे होते हैं परंतु इसमें हार्ट फेल हो जाता है। इसीलिए डॉक्टर कोशिश करने के बाद भी बचा नहीं पाते। 

इंदौर में ही बीमार हो गया था, डॉक्टर ने बुखार समझा 

इंदौर के कारोबारी श्री राहुल जैन के 6 वर्षीय इकलौते बेटे विहान जैन की दिल्ली में हाल ही में मृत्यु हुई है। डॉक्टर ने सबसे पहले कार्डियक अरेस्ट बताया परंतु मात्र 6 वर्ष के बच्चे को हार्ट अटैक, विश्वास के योग्य नहीं था। जांच करने पर पता चला कि बच्चों के खून में मायोकार्डाइटिस नाम का वायरस था। दिल्ली के प्रदूषण के कारण वायरस ताकतवर हो गया और बच्चों की मृत्यु का कारण बन गया। राहुल जैन ने बताया कि दो दिन से वह अस्वस्थ था। विहान का शरीर तप रहा था, लेकिन जब थर्मामीटर से देखा तो बुखार नहीं था। इस पर इंदौर के ही डॉक्टरों को बताया। फिर वह ठीक हो गया, लेकिन कुछ कमजोरी थी। 

दिल्ली के प्रदूषण में हालत बिगड़ गई

इसके बाद परिवार में एक कार्यक्रम होने के कारण सभी दिल्ली गए थे। वहां फिर विहान को कमजोरी आने लगी। इस पर उसे वहीं एक डॉक्टर को बताया तो उन्होंने हॉस्पिटल ले जाने की सलाह दी। फिर उसे हॉस्पिटल ले गए तो उसे वहां आईसीयू में एडमिट किया, जहां शनिवार 26 नवंबर 2023 को उसकी मौत हो गई। परिवार को दिल्ली के डॉक्टरों ने बताया कि उसकी ब्लड की जांचें की गई थी जिसमें मायोकार्डाइटिस नामक वायरस है। 

मायोकार्डाइटिस वायरस क्या है, लक्षण क्या होते हैं

कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. एडी भटनागर के मुताबिक मायोकार्डाइटिस या मायोकार्डियम हार्ट की मांसपेशियों की सूजन की स्थिति है। सूजन के परिणाम स्वरूप हार्ट के खून को पंप करने की क्षमता को नुकसान हो सकता है। सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ और तेज या अनियमित दिल की धड़कन, ये सभी मायोकार्डाइटिस (अतालता) के लक्षण हैं। आमतौर पर इस तरह के लक्षणों को हृदय घाट के लक्षण माना जाता है।

मायोकार्डाइटिस का कारण - myocardium in hindi

MYOCARDIUM Means Muscle Layer of Heart वायरस के संक्रमण के कारण हो सकता है और यह दवा की प्रतिक्रिया (किसी दवाई का रिएक्शन) या सामान्य सूजन संबंधी बीमारी के कारण भी हो सकता है। गंभीर मायोकार्डाइटिस हार्ट को कमजोर कर देता है जिससे शरीर के बाकी हिस्सों में अपर्याप्त रक्त प्रवाह होता है। दिल में थक्के के कारण स्ट्रोक या दिल का दौरा पड़ सकता है।

मायोकार्डाइटिस से बचाव के उपाय

हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. सरिता राव ने बताया कि मायोकार्डाइटिस हार्ट अटैक नहीं है। चिकित्सकीय भाषा में कहें तो यह इनफ्लेमेशन ऑफ मायोकार्डियम है। यह किसी भी उम्र के लोगों को हो सकता है। सामान्य बुखार में भी कई बार वायरस हार्ट पर अटैक कर देता है। जिससे हार्ट की पंपिंग कमजोर हो जाती है और हार्ट फेल हो जाता है। यह वायरल इंफेक्शन होता है, लेकिन यह रिवर्सेबल भी हो जाता है। 

बुखार के बाद सांस फूलने लगे तो एक्सपर्ट डॉक्टर को दिखाएं

जब बीमारी एक्यूट फेज निकल जाता है तो मरीज में सुधार आ जाता है। मायोकार्डाइटिस, हार्ट अटैक से अलग होती है। यह हार्ट की मसल्स को प्रभाव करती है। जब भी वायरल बुखार के बाद सांस तेज फूलने लगे तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। सामान्य रूप से बुखार में कभी सांस नहीं फूलती लेकिन सांस लेने में तकलीफ होने लगे तो एक्सपर्ट डॉक्टर को दिखाना चाहिए। 

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