मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में अतिथि शिक्षक एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को विशेष अधिकार देकर ड्यूटी पर लिया जाएगा। इसके लिए चुनाव आयोग की ओर से आदेश जारी हो गए हैं। भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी श्री रघुवंश सिंह भदौरिया ने इसकी पुष्टि की है।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और अतिथि शिक्षकों के लिए चुनाव आयोग के निर्देश
चुनाव आयोग ने मप्र शासन को पत्र लिखकर निर्देश दिए थे कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और अतिथि शिक्षकों का प्रयोग विधानसभा चुनाव में विशेष पुलिस अधिकारी के रूप में किया जाए। आदेश के क्रम में मप्र शासन ने प्रदेश के सभी जिलों को इस संबंध में आदेश जारी किए हैं, कि उनके यहां पदस्थ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं और अतिथि शिक्षकों को विशेष पुलिस अधिकारी के रूप में मतदान के दौरान अपनी सेवाएं प्रदान करनी होंगी। इसी के चलते अब कलेक्टर कार्यालय द्वारा महिला एवं बाल विकास विभाग सहित शिक्षा विभाग से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं और अतिथि शिक्षकों की जानकारी एकत्रित की जा रही है।
मतदान केंद्र पर ड्यूटी लगाई जाएगी
जिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और अतिथि शिक्षकों की ड्यूटी चुनाव के दौरान लगाई जाएगी, उनकी ड्यूटी किसी अन्य स्थान पर न लगाते हुए उसी स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र क्षेत्र में ही लगाई जाएगी जहां पर वह पदस्थ हैं। प्रशासनिक अधिकारियों का मानना है कि जब यह लोग वहां ड्यूटी पर तैनात रहेंगे तो क्षेत्रीय लोगों से परिचित होने के कारण यह व्यवस्था बनवाने में सफल रहेंगे। अगर कभी मतदाता की पहचान आदि को लेकर कोई परेशानी होती है या विवाद की स्थिति निर्मित होती है तो यह उक्त मतदाता की पहचान में भी अहम भूमिका का निर्वहन कर सकेंगे। ऐसे में फर्जी मतदान संबंधी विवाद नहीं होंगे।
अतिथि शिक्षक और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को लाठी चार्ज का अधिकार
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और अतिथि शिक्षकों को इस संबंध में ट्रेनिंग भी दे दी गई है कि चुनाव ड्यूटी के दौरान उन्हें किस तरह से तैनात रहना है, अपनी ड्यूटी को वह कैसे अंजाम देंगे। अधिकारियों का कहना है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और अतिथि शिक्षकों का उपयोग हर उस जगह पर किया जाएगा जिस जगह पर उनकी आवश्यकता रहेगी। इससे एक तो मूल रूप से जो पुलिसकर्मी हैं उनका उपयोग आवश्यकता वाले स्थान पर सुरक्षा व्यवस्था में किया जा सकेगा।
इसका लाभ यह होगा कि किसी भी पोलिंग बूथ के आसपास आसामाजिक तत्वों का जमावड़ा नहीं हो सकेगा। पुलिसकर्मी उन्हें एकजुट नहीं होने देंगे और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व अतिथि शिक्षका शांतिपूर्ण मतदान करवा सकेंगे। अधिकारियों की मानें तो विशेष पुलिस अधिकारी के रूप में अगर शांति व्यवस्था कायम करने के लिए इन्हें लाठियां चलाने की आवश्यकता पड़ी तो वह लाठियां भी भांज सकेंगे।
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